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________________ 328 नवजादी . दख- Viv153 ...नह... - IV. 1.86 देखें-कुमुदना IV. 1.6 नह..-IV. 1.87 देखें-नहशादात् IV. 1.87 नशादात् -IV. 1.87 नड, शाद शब्दों से (चातुरर्थिक ड्वलच् प्रत्यय होता नड = एक प्रकार की लम्बी जलीय घास शाद = छोटी घास,कीचड़। नादिभ्यः - IV. 1.99 नडादि षष्ठ्यन्त प्रातिपदिकों से (गोत्रापत्य में फक् प्रत्यय होता है)। नडादीनाम् - IV. 1. 90 नडादि शब्दों को (चातुरर्शिक छ प्रत्यय तथा कुक का आगम होता है)। नते-V.I.31 (अव उपसर्ग प्रातिपदिक से नासिका-सम्बन्धी) झकाव को कहना हो तो (सज्जाविषय में टीटच,नाटच तथा प्रटच् प्रत्यय होते है)। ...नद.-III. 1.64 देखें-मन-III. 1.64 ...द.. - VIII.R.n देखें- गदEO VIII. iv. 17 नदी-I.N.3 कारान्त तथा मकारान्त स्त्रीलिङ्गको कहने वाले शब्द) नदीसजक होते हैं। नदी-II..7 - भिन्न लिन वाले) नदीवाचकों का (मामवर्जित देशवाची शब्दों का द्वन्द्व एकवद् होता है)। नही... - IV.1.113 देखें-दीमापीयः M. 1. 113 नदी... - V. v. 110 देखें-नदीपौर्णमास्या V.iv. 110 नदी... - V.v. 153 देखें-नतः V.iv. 153 नदी... - VI. 1. 161 देखें- जादी VI. I. 167 नदी-VI. ii. 109 (बहुव्रीहि समास में बन्धु शब्द उत्तरपद रहते) नद्यन्त पूर्वपद को (अन्तोदात्त होता है)। ...नदी... -VII.1.54 देखें-हस्वनचाफ VII.1.54 नदी... - VII. iii. 116 देखें-नखानीभ्यः VII. II. 116 ..... ... नदीपौर्णमास्याग्रहावणीच्यः - V. iv. 110 (अव्ययीभाव समास में वर्तमान) नदी, पौर्णमासी तथा आग्रहायणी शब्दान्त पदों से टच् प्रत्यय होता है)। नदीभि-II.1. 19 नदीसंज्ञक (समर्थ सुबन्तों) के साथ (भी संख्यावाची सुबन्तों का विकल्प से समास होता हैं और वह अव्ययीभाव समास होता है)। प्रकृत सूत्र में 'यू स्त्र्याख्यौ नदी' से विहित शास्त्रीय नदी संज्ञा का ग्रहण नहीं है। ...नदीभ्याम् - Iv.iv. 111 देखें-पाचोनदीभ्याम् IV, iv. 111 ...नदीच्याम् - VIII. Iii. 89 , देखें-मिनदीभ्याम् VIII. iii. 89 नदीमामुवीय - IV. 1. 113 (जिनकी वृद्धसंज्ञा न हो ऐसे) नदी तथा मानुषी अर्थ वाले (नदी, मानुषी नाम वाले) प्रातिपदिकों से (अपत्य अर्थ में अण् प्रत्यय होता है)। नदे-III.I. 115 नद अभिधेय हो तो (कर्ता में भिद्य और उद्ध्य शब्द क्यप् प्रत्ययान्त निपातन किये जाते हैं)। नधजादी-VI.1.167 (नुम-रहित अन्तोदात्त शत-प्रत्ययान्त शब्द से परे) नदीसज्जक प्रत्यय तथा अजादि (सर्वनामस्थानभिन्न विभक्ति को उदात्त होता है)।
SR No.016112
Book TitleAshtadhyayi Padanukram Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAvanindar Kumar
PublisherParimal Publication
Publication Year1996
Total Pages600
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size11 MB
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