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________________ इय: इय: - VII. iii. 2 (केक, मित्रयु तथा प्रलय अङ्गों के य् आदि वाले भाग को) इय् आदेश होता है; (ञित् णित्, कित् तद्धित परे रहते) इयङ्... I. iv. 4 देखें - इयडुवस्थानौ I. iv. 4 इयदुवडौ - VI. iv. 77 (श्नुप्रत्ययान्त अङ्ग तथा इवर्णान्त, उवर्णान्त धातु एवं भू शब्द को) इयङ् उवङ् आदेश होते हैं, (अच् परे रहते)। इयडुवस्थानौ - I. iv. 4 इयङ् तथा उवङ् स्थान वाले, (न्याख्य ईकारान्त और उकारान्त) शब्द (नदीसंज्ञक नहीं होतें, स्त्री शब्द को छोड़कर) । इर: - VII. 1. 15 वर्णान्त तथा रेफान्त शब्दों से उत्तर (वेद-विषय में मतुप् को वकारादेश होता है) ... इरम्मद... - III. ii. 37 देखें - उग्रम्पश्येरम्मद० III. ii. 37 इयो: - VI. iv. 76 इरे के स्थान में (वेद विषय में बहुल करके रे आदेश होता है)। इरित: - III. i. 57 'इर्' इत् संज्ञक है जिनका, ऐसी धातुओं से उत्तर (चिल को अङ् विकल्प से होता है, कर्तृवाची परस्मैपद लुङ् परे रहते। ... इरेच् – III. iv. 81 देखें – एशिरेच् III. iv. 81 ... इल... - IV. ii. 79 देखें - वुञ्छण्कठo IV. ii. 79 इलच् - V. ii. 99 (फेन प्रातिपदिक से 'मत्वर्थ' में) इलच् (तथा लच्) प्रत्यय ( विकल्प से होते हैं) । इलच् - Vii. 117 (तुन्दादि प्रातिपदिकों से 'मत्वर्थ' में) इलच् प्रत्यय(तथा इन और ठन् प्रत्यय होते है)। ... इलच. - V. ii. 100 देखें - शनेलच: V. ii. 100 106 इलचौ - V. ii. 105 देखें - लुबिलचौ V. ii. 105 ... इलचौ - देखें - घनिलचौ V. iii. 79 - V. iii. 79 इव - V. 1. 115 (सप्तमीसमर्थ तथा षष्ठीसमर्थ प्रातिपदिक से) 'समान' अर्थ में (वति प्रत्यय होता है) । ... इव... - VIII. 1. 57 देखें - चनचिदिव० VIII. 1. 57 इवन्त... - VII. ii. 49 देखें - इवन्तर्ध० VII. ii. 49 इवन्तर्धप्रस्जदम्भुश्रिस्वयूर्ण भरज्ञपिसनाम् - VII. ii. 49 इव् अन्त में है जिनके, उनसे तथा ऋधु वृद्धौ, भ्रस्ज पार्क, दम्भे, सेवायाम्, स्व शब्दोपतापयोः, यु मिश्रणे, ऊर्णुञ् आच्छादने, भृञ् भरणे, ज्ञपि, सन् - इन धातुओं से उत्तर (सन् को विकल्प से इट् आगम होता है)। ...इवर्णयोः - -VII. iv. 53 देखें - यीवर्णयो: VII. iv. 53 इषीका. इवात् - V. iii. 70 'इवे प्रतिकृतौ' V. iii. 96 सूत्र से पहले पहले 'क' प्रत्यय अधिकृत होता है)। -- V. iii. 96 (प्रतिमाविषयक) इव के अर्थ में वर्तमान (प्रातिपदिक से कन् प्रत्यय होता है)। इश् - V. iii. 3 (दिक्शब्देभ्यः सप्तमीपञ्चमी Viii. 27 सूत्र तक कहे जाने वाले प्रत्ययों के परे रहते इदम् के स्थान में) इश् आदेश होता है। ... इष... - III. iii. 96 देखें – वृषेषo III. iii. 96 - इष... - VII. ii. 48 देखें - इषसहलुभ० VII. ii. 48 इषसहलुभरुषरिषः - VII. ii. 48 इषु, षह, लुभ, रुष, रिष धातुओं से उत्तर (तकारादि आर्धधातुक को विकल्प से इट् आगम होता है)। ... इषीका... - VI. iii. 64 देखें - इष्टकेषीका० VI. iii. 64 इषु... - VII. iii. 77 देखें - इषुगमियमाम् VII. iii. 77
SR No.016112
Book TitleAshtadhyayi Padanukram Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAvanindar Kumar
PublisherParimal Publication
Publication Year1996
Total Pages600
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size11 MB
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