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________________ लेश्या-कोश ज्योतिषी देवों में एक तेजो लेश्या होती है । '२४.१ ज्योतिषी देवी मेंएवं जोइसिणीण वि। - पण्ण० पद १७ । उ २। सू १३ । पृ० ४३८ ज्योतिषी देवी में एक तेजो लेश्या होती है। '२५ वैमानिक देव में(क) वेमाणियाणं पुच्छा। गोयमा ! तिन्नि लेस्सा पन्नत्ता, तंजहा-तेऊलेस्सा पम्हलेस्सा सुक्कलेस्सा। -पण्ण० प १७ । उ २। सू १३ । पृ० ४३८ (ख) वेमाणियाणं तओ लेस्साओ पन्नत्ताओ, तंजहा-तेऊपम्हसुक्कलेस्सा। -ठाण० स्था ३ । उ १ । सू १८१ । पृ० २०५ (ग) वेमाणियाणं तिन्नि उवरिमलेस्साओ। -ठाण० स्था १। सू ५१ । पृ० १८४ वैमानिक देव में तीन लेश्या होती है, यथा-तेजो पद्म शुक्ल लेश्या। '२५.१ वैमानिक देवी मेंवेमाणिणीणं पुच्छा। गोयमा ! एगा तेऊलेस्सा। -पण्ण० प १७ । उ २। सू १३। पृ० ४३८ वैमानिक देवी में एक तेजो लेश्या होती है । '२५.२ वैमानिक देव के विभिन्न भेदों में (क) सौधर्म-ईशान देव में (१) सोहम्मीसाणदेवाणं कइ लेस्साओ पन्नत्ताओ? गोयमा ! एगा तेऊलेस्सा पन्नत्ता। --जीवा० प्रति ३ । सू २१५ । पृ० २३६ (२) दोसु कप्पेसु देवा तेऊलेस्सा पन्नत्ता, तंजहा-सोहम्मे चेव ईसाणे चेव। -ठाण० स्था २ । उ ४ । सू ११५ । पृ० २०२ सौधर्म तथा ईशान देवलोक के देव में एक तेजो लेश्या होती है। (ख) सनत्कुमार-माहेन्द्र-ब्रह्म मेंसणंकुमारमाहिंदेसु एगा पम्हलेस्सा एवं बम्हलोगेवि पम्हा। -जीवा० प्रति ३। सू २१५ । पृ० २३६ सनत्कुमार-माहेन्द्र-ब्रह्म देव में एक पद्म लेश्या होती है। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016037
Book TitleLeshya kosha Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Banthia, Shreechand Choradiya
PublisherJain Darshan Prakashan
Publication Year1966
Total Pages338
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size14 MB
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