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________________ वाइद्ध - वागिल्ल वाइद्ध वि [ व्याविद्ध] विपर्यय से उपन्यस्त । उलट-पुलट कर रखा हुआ । वाइद्ध वि [व्यादिग्ध ] उपलिस । वक्र । वाईकरण देखो वाजीकरण । संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष वाउ भाम पुं [वातोद्भ्राम ] अनवस्थित पवन । वाउय वि [ व्यापृत] किसी कार्य में लग्न । वाउरा स्त्री [ वागुरा ] पशु फँसाने का जाल । देखो वग्गुरा । वारिय वि [ वागुरिक] व्याघ । वाउल वि [ व्याकुल] घबड़ाया हुआ । पुं. क्षोभ अवि [भूत] व्याकुल बना हुआ । वाउल वि [वातूल ] वात रोगी, उन्मत्त । पुं. वातसमूह | वाउ लग्ग न [ दे] सेवा, भक्ति । Jain Education International वाउ पुं [वायु] पवन । वायु-शरीरवाला जीव | मुहुर्त - विशेष । सौधर्मेन्द्र के अश्व सैन्य का अधिपति देव । स्वातिनक्षत्र का अघिपति देवता । 'आय पुं [काय] प्रचण्ड पवन । वायु शरीरवाला जीव । काइय पुं [° कायिक ] वायु शरीरवाला जीव । 'काय देखो 'आय । कुमार पुं. भवनपति देवों की एक अवान्तर जाति । हनूमान का पिता । 'कलिया स्त्री [' उत्कलिका ] नीचे बहने - वाला वायु | क्वाइय देखो 'काइय । 'क्काय देखो 'आय । 'तरवाडसग पुंन [°उत्तरावतंसक] एक देव - विमान । 'पवेस पुं [°प्रवेश] गवाक्ष, वातायन । व्यइट्ठाण वि [ प्रतिष्ठान] वायु के आधार से रहनेवाला । 'भूइ पुं [भूति] महावीर का एक गणधर । वाउ पुं [] इक्षु | वाक 'वाउड वि [प्रावृत] आच्छादित । न. कपड़ा । वाग वाउत्त पुं [दे] विट । जार । वागड पुं. गुजरात का 'वागड ' प्रान्त | वाउप्पइया स्त्री [दे. वातोत्पतिका ] भुज- वागडि वि [ व्याकृत] प्रकट किया हुआ । परिसर्प की एक जाति । नास्तिक | वाउलणेन[व्यापरण] व्यावृत-क्रिया, व्यापार । वाउलणा स्त्री [व्याकुलना ] व्याकुल करना । वाउलिअ वि [ व्याकुलित ] व्याकुल बनाहुआ । विलोलित, क्षोभ प्राप्त । वाउलिआ स्त्री [दे] छोटी खाई । वाउल्ल देखो वाउल व्याकुल । वाउल्ल वि [दे. वातूल ] वाचाट | वाउल्लअ पुंन[दे] पूतला । वाउलआ वाउली ७१९ = स्त्री [दे] देखो बाउल्लया, बाउली । वाऊल देखो वाउल = वातूल । वाऊल देखो वाउल = व्याकुल । वाऊलिअ वि [ वातूलित ] वातूल बना हुआ । नास्तिक | वाए सक [वादय् ] बजाना । वाए सक [ वाचय् ] पढ़ाना | पढ़ना । वारिअ वि [ वातेरित ] पवन- प्रेरित कम्पित । वाएसरी स्त्री [ वागीश्वरी] सरस्वती देवी । वाओलि }स्त्री [वाताल, °ली] वन वाओली देखो वक्क = वल्क । वागर सक [ व्या + कृ] प्रतिपादन करना, कहना | वागरण न [ व्याकरण] कथन, प्रतिपादन, उपदेश । निर्वचन, उत्तर । शब्दशास्त्र । वागरणी स्त्री [ व्याकरणी] भाषा का एक भेद, प्रश्न के उत्तर की भाषा । वारिय वि [ व्याकृत] । देखो वायड = For Private & Personal Use Only व्याकृत । वागल न [ वल्कल ] वृक्ष की छाल । वागल व [ वाल्कल ] वृक्ष की छाल से बना । वागली स्त्री [दे] वल्ली - विशेष | वागिल्ल वि [वाग्मिन्] बहु-भाषी, वाचाल । www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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