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________________ पारंपर-पारितावणिया संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष ५७५ पारंपर पुं [दे] राक्षस । पारवस्स न [पारवश्य] परवशता । पारंभ सक [प्रा+रभ्]आरम्भ करना । हिंसा पारस पुं. अनार्य, फारस देश, ईरान । मणिकरना, मारना । पीड़ा करना । विशेष, जिसके स्पर्श से लोहा सुवर्ण हो जाता पारंभ पुं [प्रारम्भ] शुरू, उपक्रम । है। पारस देश में रहनेवाली मनुष्य-जाति । पारकेर । वि [परकीय] पर का, अन्यदीय । °उल न [°कुल] ईरान देश । वि. पारस पारक्क देश का, ईरान का निवासी । कूल न. ईरान पारज्झमाण देखो पारंभ = प्रा+ रभ का | का किनारा या सीमा। कवकृ.। पारसिय वि [पारसिक] फारस देश का । पारण ) न [पारण] व्रत या तप की पारसी स्त्री. पारस देश की स्त्री। फारसी पारणग ) समाप्ति के अनन्तर का भोजन । लिपि । पारणा स्त्री. ऊपर देखो। °इत्त वि [°वत् पारसीअ वि [पारसीक] फारस-निवासी। पारणावाला। पाराई स्त्री [दे] लोह-कुशी-विशेष, लोहे की पारतंत न [पारतन्त्र्य] पराधीनता। दंडाकार छोटी वस्तु । पारत्त अ[परत्र]परलोक या आगामी जन्म में । पाराय देखो पारावय । पारत्त वि [पारत्र, पारत्रिक] पारलौकिक, | पारायण न. पार-प्राप्ति । पुराण-पाठ-विशेष । आगामी जन्म से सम्बन्ध रखनेवाला । पारावय देखो पारेवय । पारत्ति स्त्री [दे] कुसुम-विशेष । पारावर पुं [दे] गवाक्ष। पारदारिय वि [पारदारिक] परस्त्री-लम्पट । । पारावार पुं. सागर । पारद्ध वि [प्रारब्ध] जिसका प्रारम्भ किया | पाराविअ वि [पारित] जिसको पारण कराया। गया हो । जो प्रारम्भ करने लगा हो। पारासर पुं [पाराशर] ऋषि-विशेष । न. पारद्ध न [दे] पूर्व-कृत कर्म का परिणाम, गोत्र, वशिष्ठ गोत्र की शाखा। वि. उस गोत्र प्रारब्ध । वि. शिकारी । पीडित । में उत्पन्न । पुं.भिक्षुक । कर्म-त्यागी संन्यासी । पारद्धि स्त्री [पापद्धि] शिकार। " पारिओसिय वि [पारितोषिक] पुरस्कार । पारद्धिअ वि [पापद्धिक] शिकारी । पारिच्छा देखो परिच्छा। पारमिया स्त्री [पारमिता] बौद्ध-शास्त्र-परि | पारिच्छेज देखो परिच्छेज्ज । भाषित प्राणातिपात-विरमणादि शिक्षा-व्रत । पारिजाय देखो पारिय = पारिजात । पारम्म न [पारम्य] परमता, उत्कृष्टता। पारिद्वावणिया स्त्री [पारिष्ठापनिकी] समितिपारय वि [पारग] समर्थ । विशेष, मल आदि के उत्सर्ग में सम्यक् पारय पुं [पारद] पारा। °मद्दण न प्रवृत्ति । [°मर्दन] आयुर्वेद विहित रीति से पारा का | पारिडि स्त्री [प्रावृति] प्रावरण, कपड़ा। मारण, रसायन-विशेष । वि. पार-प्रापक । पारिणामिअ देखो परिणामिअ = पारिपारय न [दे] दारू रखने का पात्र । णामिक । पारय देखो पार-ग। पारिणामिआ , देखो पारिणामिआ। पारय पुं [प्रावारक] पट । वि. आच्छादक। | पारिणामिगी । पारलोइअ वि [पारलौकिक]परलोक-सम्बन्धी, | पारितावणिया स्त्री [पारितापनिकी] दूसरे आगामी जन्म से सम्बन्ध रखनेवाला। । को दुःख उपजाने से होनेवाला कर्म-बन्ध । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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