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________________ ५७६ संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष पारितावणी-पालित्ताण पारितावणी स्त्री [पारितापनी] ऊपर देखो। पारुहल्ल वि [दे] मालीकृत, श्रेणी रूप से पारितोसिअ देखो पारिओसिय । स्थापित । पारित्त देखो पारत्त = परत्र । पारेवय पुं [पारापत] कबूतर । वृक्ष-विशेष । पारिप्पव पुं [पारिप्लव पक्षि-विशेष । न. फल-विशेष । पारिभद्द पुं[पारिभद्र] फरहद का पेड़ । पारोक्ख वि [पारोक्ष] परोक्ष-सम्बन्धी । पारिय वि [पारित] पूर्ण किया हुआ । पारोह देखो परोह। पारिय पुं [पारिजात] देव-वृक्ष, कल्पतरु। पाल सक [पालय्] पालन-रक्षण करना । फरहद का पेड़ । न. फरहद का फूल जो रक्त | पाल देखो पार = पारय । वर्ण का और अत्यन्त शोभायमान होता है। पाल पुं [दे] कलवार, शराब बेचनेवाला । वि. पारियत्त पुं [पारियात्र] देश-विशेष । जीर्ण, फटा-टूटा। पारियल्ल न [दे. परिवर्त] पहिए के पृष्ठ | पाल पुन. आभूषण-विशेष, वि. पालन-कर्ता । भाग की बाह्य परिधि । पालंक न [पालक्य] पालक का शाक । पारियाय देखो पारिय = पारिजात । पालंगा स्त्री [पालक्या ] ऊपर देखो । पारियावणिया देखो पारितावणिया। पालंब पुं[प्रालम्ब] अवलम्बन, सहारा । गले पारियावणिया देखो परियावणिया। का आभूषण-विशेष । दीर्घ । पुन. ध्वजा के पारियासिय वि [पारिवासित] बासी रखा | नीचे लटकता वस्त्राञ्चल । हुआ। पालक्का स्त्री [पालक्या] देखो पालंगा। पारिव्वज न [पारिवाज्य] संन्यास । पालग देखो पालय । पारिव्वाई स्त्री [पारिव्राजी] संन्यासिनी।। पालण न [पालन] रक्षण । वि. रक्षक । पारिव्वाय वि [पारिवाज] संन्यासी-सम्बन्धी । | पालदुह पं [दे] वृक्ष-विशेष । पारिसज्ज वि [पारिषद्य] सभासद। पालप्प पुं [दे] प्रतिसार । वि. विप्लुत । पारिसाडणिया स्त्री [पारिशाटनिकी] परि- पालय वि [पालक] रक्षक । पुं सौधर्मेन्द्र का शाटन--परित्याग से होनेवाला कर्म-बन्ध। । एक आभियौगिक देव । श्रीकृष्ण का पारिहच्छी स्त्री [दे] माला । एक पुत्र । भगवान् महावीर के निर्वाण के पारिहट्टी स्त्री [दे] प्रतिहारी। आकर्षण । | दिन अभिषिक्त अवन्ती का एक राजा। देवबहुत देर से ब्यायी हुई भैंस । विमान-विशेष । पारिहत्थिय सि [पारिहस्तिक] निपुण । । पालास पुं पालाश] पलाश-सम्बन्धी । न. पारिहारिय वि [पारिहारिक] परिहार | किंशुक-फल। नामक व्रत करनेवाला तपस्वी । पालि स्त्री. तालाव आदि का बन्ध । प्रान्त पारिहासय न [पारिहासक] जैन मुनियों के भाग । देखो पाली = पाली । एक कुल का नाम । पालि स्त्री [दे] धान्य मापने की नाप । पल्योपारी स्त्री [दे] दोहन-भाण्ड । पम, समय का सुदीर्घ परिमाण-विशेष । पारीण वि. पार-प्राप्त । पालिआ स्त्री [दे] तलवार की मूठ । पारुअग्ग पुं [दे] विश्राम । पालिआ देखो पाली = पाली । पारुअल्ल पुं[दे] पृथुक, चिउड़ा । पालित्त पुं [पादलिप्त] एक प्रसिद्ध जैनाचार्य । पारुसिय देखो फारुसिय। . (पालित्ताण न [पादलिप्तीय] सौराष्ट्र देश का Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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