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________________ ५१६ ब्यायी हुई भैंस | पडिच्छिर वि [ प्रतीक्षितृ] बाट देखनेवाला । पडिच्छिय वि [प्रातीच्छिक ] अपने दीक्षा गुरु को आज्ञा लेकर दूसरे गच्छ के आचार्य के पास उनकी अनुमति से शास्त्र पढ़नेवाला मुनि | पडिच्छिर व [दे] सदृश । पडिछंद देखो पडिच्छंद । पछि स्त्री [प्रतीक्षा] प्रतीक्षण, बाट । पडछाया देखो पडिच्छाया । डिजंप सक [ प्रति + जल्प्] उत्तर देना । पडिजग्ग देखो पडिजागर = प्रति + जागृ । पडिजग्गय वि [ प्रतिजागरक] सेवा-शुश्रूषा करनेवाला । पडिग्गिय वि [ प्रतिजागृत ] जिसकी सेवाशुश्रूषा की गई हो वह । पडिजागर सक [ प्रति + जागृ] सेवा-शुश्रूषा करना, निर्वाह करना, निभाना । गवेषणा करना । चिकित्सा करना । संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष पडिजागर पुं [ प्रतिजागर ] सेवा-शुश्रूषा | चिकित्सा | पडिजायणा स्त्री [प्रतियातना] प्रतिबिम्ब, प्रतिमा । डिवs स्त्री [ प्रतियुवति ] स्व-समान अन्य युवति | पडिजोग पुं [प्रतियोग] कार्मण आदि योग का प्रतिघातक योग, चूर्ण- विशेष । पट्ठि वि [पटिष्ठ ] अत्यन्त निपुण | पडिवि वि [ परिस्थापित ] संस्थापित । पडिवि वि [ प्रतिष्ठापित ] जिसकी प्रतिष्ठा की गई हो वह । डिट्ठा देखों पट्ठा । पडिट्ठाव सक [ प्रति + स्थापय् ] प्रतिष्ठित करना । पडिट्ठावअ देखो पइट्ठावय । पट्ठिाविद (शौ) देखो पट्ठाविय । Jain Education International पडिच्छिर-पडिण्णाद पडिट्ठि देखो पइट्ठिय | पडिठाण न [ प्रतिस्थान ] हर जगह । पडिण देखो पडीण | पडिणव वि [ प्रतिनव] नया, नूतन । पडिणिअंसण न [ दे] रात में पहनने का वस्त्र | पडिणिअत्त अक [प्रतिनि + वृत्] पीछे लौटना । पडिणिअत्त वि [ प्रतिनिवृत्त] पीछे लौटा पडिणिउत्त हुआ। पडिणिकास व [ प्रतिनिकाश] तुल्य । पडिणिक्खम अक [ प्रतिनिर् + क्रम् ] बाहर निकलना । पडिणिग्गच्छ अक [ प्रतिनिर् + गम् ] बाहर निकलना । पडिणिज्जाय सक [ प्रतिनिर् + यापय् ] अर्पण करना । पडिणिभ वि [ प्रतिनिभ] सदृश, बराबर | वादी की प्रतिज्ञा का खण्डन करने के लिये प्रतिवादी की तरफ से प्रयुक्त समान हेतुयुक्ति पडिणिवत्त देखो पडिणिअत्त = प्रतिनि + वृत् । पडिणिवत्त देखो पडिणिअत्त = प्रतिनिवृत्त । पडिणिवि वि [ प्रतिनिविष्ट] द्विष्ट, द्वेष-युक्त पडिणिवृत्त देखो पडिणिअत्त = प्रतिनि + वृत् । पडिणिवृत्त देखो पडिणिअत्त = प्रतिनिवृत्त । पडिणिव्वत्त देखो पडिणिअत्त = प्रतिनि + वृत् । पडिणिसंत वि [ प्रतिनिश्रान्त ] विश्रान्त | निलीन । पडिणीय न [ प्रत्यनीक] प्रतिपक्ष की सेना | वि. प्रतिकूल, विपक्षी, विपरीत करनेवाला | आचरण पडिण्णत्त वि [ प्रतिज्ञप्त ] उक्त, कथित । पडिण्णा देखो पइण्णा । पडिण्णाद देखो पइण्णाद । For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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