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________________ १६८ संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष उल्लिक्क-उवइण्ण उल्लिक्क न [दे] खराब चेष्टा । उल्लुह अक [निस् + स] निकलना । उल्लिगण वि [उल्लिङ्गन] उपदर्शक । उल्लुइंडिअ वि [दे] उन्नत, उच्छ्रित । उल्लिपण न [उपलेपन] उपलेप । उल्लूढ वि [दे] आरूढ़। अङ्कुरित । उल्लिया स्त्री [दे] राधा-वेध का निशाना । उल्लूढ सक [आ + रुह.] चढ़ना । उल्लिर वि [आर्द्र] गीला । उल्लूर सक [तुड्] तोड़ना । नाश करना । उल्लिह सक [उद्+लिह] चाटना । भक्षण उल्लूरण न [तोडन] छेदन, खण्डन । करना। उल्लूह वि [दे] शुष्क । उल्लिह सक [उद् + लिख] रेखा करना । उल्लेव पुं दे] हास्य । लिखना । घिसना । छिलना । उल्लेहड वि [दे] लम्पट, लुब्ध । उल्ली स्त्री [दे] चूल्हा । दाँत का मैल । उल्लोइय न [दे] पोतना । वि, पोता हुआ । उल्लीण वि [उपलीन] प्रच्छन्न, गुप्त । उल्लोक वि [दे] त्रुटित, छिन्न । उल्लुअ वि [दे] पुरस्कृत, आगे किया हुआ। उल्लोच पुं [ दे. उल्लोच] चाँदनी । रंगा हुआ। उल्लोढ सक [उल्लोध्रय] लोध्र आदि से उल्लुअ वि [दे. उद्गत] उदय-प्राप्त । घिसना। उल्लुअ वि [उल्लून] उन्मलित । न. उन्म- | उल्लोय पुं [उल्लोक] अगासी, छत । थोड़ी देर। उल्लुंचिअ वि [उल्लुञ्चित] उखाड़ा हुआ, | उल्लोय देखो उल्लोच । उन्मलित। उल्लोल अक [उत् + लुल] लुठना, लेटना । उल्लुंटिअ वि [दे] संचूर्णित, टुकड़ा-टुकड़ा | पुं. शोकाकुल-स्त्री-रुदन-शब्द । किया हुआ। उल्लोल सक [उद् + लोलय] पोंछना । उल्लंठ वि [उल्लुण्ठ] उल्लण्ठ, उद्धत । उल्लोल पुं [दे] शत्रु । कोलाहल । उल्लुंड अक [वि+ रेचय] झरना, बाहर | उल्लोल पुं. प्रबन्ध । वि. उद्भट, उद्धत । वि. निकलना। उत्सुक । उल्लुक्क वि [दे] टूटा हुआ। उल्लोव (अप) देखो उल्लोच। उल्लुक्क सक [तुड्] तोड़ना। उल्हव सक [वि + ध्मापय] ठण्ढा करना, उल्लुग° ) स्त्री [उल्लुका] नदी-विशेष । | आग को बुझाना । शान्त करना। उल्लुगा ) उल्लुका नदी के किनारे का । | उल्हसिअ वि [दे] उद्भट, उद्धत । प्रदेश । 'तीर न. उल्लुका नदी के किनारे उल्हा अक [वि + ध्मा] बुझ जाना । बसा हुआ एक नगर। उव अ [उप] इन अर्थों का सूचक अव्ययउल्लुज्झण न [दे] पुनरुत्थान, कटे हुए हाथ समीपता । सदृशता । समस्तपन । एकबार । पाँव की फिर से उत्पत्ति । भीतर। उल्लुट्ट अक [उत् + लुट्] नष्ट होना। उव न [उद] पानी। उल्लुट्ट वि [दे] मिथ्या, असत्य । उवअंठ वि [उपकण्ठ] समीप का । उल्लुरुह पुं [दे] छोटा शङ्ख । | उवइट्ट वि [उपदिष्ट] कथित, प्रतिपादित, उल्लुलिअ वि [उल्लुलित] चलित । शिक्षित । उल्लुव देखो उल्लव = उद् + लू । । उवइण्ण वि [उपचीर्ण] सेवित । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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