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________________ संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष इत्तरी-इरिया इत्तरी स्त्री [इत्वरी] थोड़े काल के लिए इदिवित्त (शौ) न [इतिवृत्त] इतिहास । रखी हुई वेश्या आदि । | इदुर न दे] धान्य रखने का एक तरह का इत्तहे (अप) अ [अत्र] यहाँ पर । इत्ताहे अ [इदानीम्] अधुना । | इदंड पुं [दे] भौंरा। इत्ति देखो इइ। इद्धग्गिधूम न [दे] हिम। इत्तिय वि [इयत्, एतावत्] इतना । इद्धि देखो इड्ढि। इत्तिरिय वि [इत्वरिक] अल्पकालिक । इध (शौ) देखो इह । इत्तिल देखो इत्तिय। इन्भ पुं[इभ्य] धनी। इत्तो देखो इओ। इब्भ पुं[दे] व्यापारी। इत्तोअ देखो इओअ। इभ पुं. हाथी। इत्तोप्पं [दे] इतःप्रभृति । इभपाल पुं. महावत । इत्थ अ [अत्र] यहाँ, इसमें । इम स [इदम्] यह । इत्थं अ [इत्थम् इस प्रकार । 'थ वि [°स्थ इमेरिस वि एतादृश] ऐसा । नियत आकारवाला, नियमित । इय देखो इम। इत्थंथ वि [इत्थंस्थ] इस तरह रहा हुआ। इय देखो इइ। इत्थत्थ पुं[इत्यर्थ] वह अर्थ । इय न [दे] प्रवेश। इत्थत्थ पुं [स्त्यर्थ] स्त्री-विषय । ' इयं वि इत] गत । प्राप्त । ज्ञात । इत्थयं देखो इत्थ। इयहिं अ [इदानीम्] हाल में । इत्थि स्त्रीन [स्त्री] महिला। इयर वि [इतर] अन्य, दूसरा । हीन । इत्थि । स्त्री [स्त्री औरत । 'कला स्त्री. इयरहा अ [इतरथा] अन्यथा, नहीं तो । इत्थी , स्त्री के गुण, स्त्री को सीखने योग्य इयरेयर वि [इतरेतर] अन्योन्य । कला। कहा स्त्री [कथा] स्त्री-विषयक इयाणि । अ [इदानीम्] इस समय । वार्तालाप । °णपुंसग पुंन [°नपुंसक एक इयाणि , प्रकार का नपुंसक । °णाम न ["नामन] इर देखो किल । कर्म-विशेष, जिसके उदय से स्त्रीत्व की प्राप्ति इरमंदिर पुं[दे] ऊँट । होती है । °परिसह पुं [परिषह] ब्रह्मचर्य । इराव पुं [दे] हाथी । विप्पजह वि [विप्रजह] स्त्री का परि- इरावदी (शौ) स्त्री [इरावती] नदी-विशेष । त्याग करनेवाला । पुं. मुनि । °वेद, °वेय पुं इरि देखो गिरि । [°वेद] स्त्री को पुरुष-संग की इच्छा। कर्म- इरिण न [ऋण] करजा । विशेष, जिसके उदय से स्त्री को पुरुष के साथ इरिण न [दे] सुवर्ण । भोग करने की इच्छा होती है। इरिय सक [ईर] गति करना । इत्थेण त्रि [स्त्रैण] स्त्रियों का समूह । इरिया स्त्री दे] कुटिया। इदाणिं देखो इयाणि। इरिया स्त्री [ई-] गमन। वह पुं [पथ] इदाणि (शौ) देखो इयाणि । मार्ग में जाना। रास्ता। केवल शरीर से इदाणी । देखो इदाणि । होनेवाली क्रिया । °वहिय न [°पथिक] इदाणी । केवल शरीर की चेष्टा से होनेवाला कर्म Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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