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________________ ९८ पास [ft + दृश्] अधिक देखना । संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष समान रूप से देखना । Safer at अभिपाय । अहिप्पे देखो अभिप्पेय । अहिभव देखो अभिभव । अहिमंजु पुं [अभिमन्यु ] अर्जुन के एक पुत्र अहिमंतिअ वि [अभिमन्त्रित] मन्त्र से संस्कृत | का नाम । अहिरम्म वि [अभिरम्य ] सुन्दर । अहिमंत वि [अभिमन्त्रण ] मन्त्रित करना, अहिराम वि [ अभिराम ] मनोहर । मन्त्र से संस्कारना । अहिमज्जु देखो अहिमंजु । अहम अहिमय वि [ अभिमत ] सम्मत, इष्ट । अहिमयर पुं [अहिमकर] सूर्यं । अहिमर पुं [अभिमर] धनादि के दूसरे को मारने का साहस करने गजादिघातक । अहिमाण पुं [अभिमान ] अहंकार । अहिमार पुं [अभिमार ] वृक्ष-विशेष | हमास पुं [अधिमास ] अधिक मास । अहमुहवि [अभिमुख] संमुख | अहियाइ देखो अहिजाइ । अहियाय देखो अहिजाय । लोभ से वाला । अहिपास - अहिलव अहियास वि [अध्यास, अधिसह] सहिष्णु । अहियासण न [ अधिकाशन] अधिक भोजन, अजीर्ण | Jain Education International अहिर पुं [आभीर] अहीर । अहिरम अक [अभि + रम् ] क्रीड़ा करना, संभोग करना । अहियार देखो अहिगार । अहियास सक [अधि + आस्, अधि + सह ] सहन करना, कष्टों शान्ति से झेलना । अहिरामिण वि [ अभिरामिन् ] आनन्द देने वाला । अहिराय पुं [ अधिराज ] राजा । स्वामी, पति अहिराय न [ अधिराज्य ] राज्य, प्रभुत्व । अहिरिअ देखो अहिरीअ । अहिरेम सक [पृ] पूति करना । अहिरोइअ वि [] पूर्ण । अहिहिहूअ वि [अभिमुखीभूत] सामने अहिरोहण न [ अधिरोहण ] ऊपर चढ़ना, आरोहण | अहिरोहि वि [ अधिरोहिन् ] ऊपर चढ़ने वाला । अहिमुहीहूअ ) आया हुआ । अहि वि [ अधिक ] ज्यादा, विशेष । अवि [अहित] अहितकर, शत्रु । अहि वि [ अधीत ] पठित, अभ्यस्त । अहिया स्त्री [अधिका] भगवान् श्रीनमिनाथ की प्रथम शिष्या । अहिरीअ वि [दे] निस्तेज | अहिरी व [अ] निर्लज्ज । अहिरीमाण वि [दे. अहारिन्, अह्रीमनस् ] अमनोहर, मन को प्रतिकूल । अलज्जाकारक । अहिरूव वि [ अभिरूप ] सुन्दर | अनुरूप, योग्य । अहियार पुं [अभिचार ] शत्रु के वध के लिए अहिलक्ख किया जाता मन्त्रादि-प्रयोग । अहिरोहिणी स्त्री [अधिरोहिणी] निःश्रेणी, सीढ़ी 1 अहिल वि [अखिल ] सकल । अहिलंख अहिलंघ सक [काङ्क्ष ] चाहना, करना । अभिलाष अहिलक्ख वि [अभिलक्ष्य] अनुमान से जानने योग्य | अहिलव सक [ अभि + लप्] संभाषण करना, कहना । For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016020
Book TitlePrakrit Hindi kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorK R Chandra
PublisherPrakrit Jain Vidya Vikas Fund Ahmedabad
Publication Year1987
Total Pages910
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size19 MB
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