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________________ श्री शान्तिभाई के सत्कार-सम्मान में मेरी सहर्ष सुसंस्कारों से प्रेरणा मिले, इसलिए भी अमत महोत्सव का . स्वीकृति है। __ आयोजन स्तुत्य है। --डा० लक्ष्मीमल सिंघवी, नई दिल्ली __ -डा. महेन्द्र भानावत, उदयपुर श्री शान्तिलाल शेठ की अमत-महोत्सव समिति की श्री शान्तिलाल शेठ जैसे समाज-भूषणों के कार्य की सदस्यता पाकर मैं अपने को सौभाग्यशाली समझता हूँ। समर्थक सराहना करना हमारा कर्तव्य है। -डा० दयानंद भार्गव, जोधपुर -डा० बी० के० खड़बड़ी, धारवाड़ सुप्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता, विद्वान् और राष्ट्रप्रेमी 'यथा नाम तथा गुणः' को चरितार्थ करने वाले शान्तिश्री शान्तिलाल शेठ के अमतोत्सव समिति में सदस्यता पाकर भाई जी का हार्दिक स्नेहाशीषपूर्ण सान्निध्य मझे जितनामैं धन्यता का अनुभव करता हूँ। जो कुछ मिला, उसे मैं अपने अतीत के सुखद-संयोग के रूप --डा० पी० एम० कुलकर्णी, बंबई में मानता है। मैंने, उनसे सदा कुछ न कुछ पाया ही है । पर, शान्तिभाई मेरे प्रिय शिष्य रहे हैं। मैं उनका अभिनंदन उन्हें अब तक कुछ भी दे नहीं सका। क्या करूं ! अंतर के शुभाशीर्वाद प्रेषित करता हूँ। अमृतोत्सव -डा० एम० पी० पटैरिया की पूर्ण सफलता चाहता हूँ। धार्मिक, राजनीतिक, साहित्यिक आदि क्षेत्रों में भी -डा० अमृतलाल गोपाणी, बंबई शान्तिभाई द्वारा की गई दीर्घकालीन सेवाओं को दृष्टि में श्री शान्तिभाई के अमत-महोत्सव मनाने की योजना रखकर उनका अमत-महोत्सव मनाया जाना स्तुत्य एवं बहत पसंद आई। योजना सफल हो यही अन्तर्भावना। आवश्यक है। यह भी उचित ही है कि अमत-महोत्सव के -डा० कमलचन्द सोगाणी, उदयपुर अवसर पर उनको एक 'साहित्य-निधि' समर्पित की जा श्री शान्तिभाई के ७५ वर्षीय समाज-सेवा का सन्मान रही है। हेतु अमत महोत्सव का आयोजन किया गया है यह सामयिक --डा० उदयचन्द्र जैन, वाराणसी और समाजोपयोगी है। श्री शान्तिलाल शेठ के अमृत महोत्सव के आयोजन का -डा०विलास ए० सांगव, कोल्हापुर निश्चय किया है यह उचित एवं गौरव का विषय है। श्री शान्तिभाई शेठ की सेवाएँ जैन-संस्कृति के लिए -डा० मारुतिनन्दन तिवारी, वाराणसी बहमूल्य हैं। अत: ऐसे कर्मठ कार्यकर्ता एवं विद्वान का आदरणीय श्री शान्तिलाल भाई ने साहित्य और समाज सत्कार-सम्मान होना ही चाहिए। __ की प्रचुर सेवा की है। उनका सम्मान होना ही चाहिए । -डा० प्रेमसुमन जैन, उदयपुर -प्रो० कृष्णदत्त वाजपेयी, सागर श्री शान्तिलाल शेठ जैसे कार्यनिष्ठ विद्वान् और राष्ट्रीय . श्री शान्तिलाल शेठ के आदर्श जीवन और उनकी सेवाकार्यकर के अमृत महोत्सव का विचार अत्यन्त स्तुत्य और प्रशस्त है। भावना समाज के लिए अनुकरणीय हैं। -श्री डालचंद जैन, संसद सदस्य -डा० ईश्वरभाई पटेल, अहमदाबाद - इस आयोजन के लिए मेरे हृदय की शुभकामनाएँ श्री शान्तिभाई शेठ का अमृत महोत्सव के आयोजन का स्वीकार करें। विचार सर्वथा श्लाध्य और अनुशंसनीय है। -डा० निजामुद्दीन, श्रीनगर -डा० विमलप्रकाश, जबलपुर - श्री शान्तिभाई ने जैन समाज की जो सेवा की है वह मान्यवर श्री शान्तिलाल जी शेठ की दीर्घकालीन इतिहास का एक अध्याय बन चुकी है। उनसे प्रेरणा लेकर सामाजिक सेवाओं के उपलक्ष्य में उनका अमृत-महोत्सव के कई लोग समाज के विभिन्न क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण सेवा-कार्य आयोजन के विचार से मैं पूर्ण सहमत हूँ और योजना का कर रहे हैं। शेठजी का अभिनंदनभाव, संवेदनशील समाजसेवी समर्थन करता हूँ। का अभिनंदन है। आने वाली पीढी को भी इनके कार्यों से, --डा. हरीन्द्र भूषण जैन, उज्जैन Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012073
Book TitleShantilal Vanmali Sheth Amrut Mahotsav Smarika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDalsukh Malvania
PublisherSohanlal Jain Vidya Prasarak Samiti
Publication Year
Total Pages148
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth
File Size22 MB
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