SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 16
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ विषय-क्रमांकन १५६ १५६ १६५ १६८ १७४ १८४ १८६ १६४ प्रथम अध्याय १-२५४ जीवन, संस्मरण, श्रद्धांजलि और परम्परा दर्शन क्रम निबन्ध लेखक १. मुनि श्रीहजारीमलजी-जीवनवृत्त मुनि मिश्रीमल जी 'मधुकर' २. संस्मरण और श्रद्धाञ्जलियाँ विभिन्न लेखक ३. संत कवि प्राचार्य जयमल्लजी : कृतित्व और व्यक्तित्व डा० नरेन्द्र भानावत ४. श्राचार्य श्रीरायचन्द्रजी म० की साहित्यसर्जना प्रो.राधेश्याम त्रिपाठी ५. आशाकिरण आचार्य श्रासकरणजी कमला जैन "जीजी" ६. मुनि रूपचन्द जी : एक खोजपूर्ण आलेख मुनि लक्ष्मीचन्द्रजी ७. तिलोकऋषिजी की काव्य-साधना शान्ता भानावत ८. कविवर्य अमीऋषिजी और अमृत-काव्यसंग्रह डा.आनन्दप्रसाद दीक्षित १. दीर्घदृष्टि लोकाशाह पारसमल 'प्रसून' १०. लोकाशाह मत की दो पोथियाँ दलसुख भाई मालवणिया ११. स्थानकवासी परम्परा की विशेषताएँ लालचन्द नाहटा 'तरुण' १२. स्थानकवासी जैन समाज रासाचा सपूत मुनि मिश्रीमलजी मरुधरकेसरी १३. लोंकागच्छ की साहित्य सेवा आलमशाह खान १४. श्रीलोंकागच्छ की परम्परा और उसका अज्ञात साहित्य मुनि कान्तिसागरजी द्वितीय अध्याय २५५-५२८ दर्शन और धर्म १. अनन्य और अपराजेय जैनदर्शन ज्ञान भारिल्ल २. कुछ विदेशी लेखकों की दृष्टि में जैनधर्म और भ०महावीर __ महेन्द्र राजा ३. आर्हत श्राराधना का मूलाधारः सम्यग्दर्शन मुनि श्रीमल्लजी ४. जैनधर्म के नैतिक सिद्धान्त डा० ईश्वरचन्द शर्मा २. जैन साधना ऋषभदास रांका ६. जैनाचार की भूमिका डा० मोहनलाल मेहता ७. महावीर और उनके सिद्धान्त डा० जगदीशचन्द्र जैन ८. सर्वधर्मसमभाव और स्याद्वाद आचार्च श्री तुलसी १. स्याद्वाद और अहिंसा सौभाग्यमल जैन १०. जैनदर्शन और विज्ञान कन्हैयालाल लोढ़ा ११. सप्तभंगी रूपेन्द्रकुमार २५७ २७१ २८० २८९ ३१८ ३२१ ३२५ ३२८ ३४१ Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012040
Book TitleHajarimalmuni Smruti Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShobhachad Bharilla
PublisherHajarimalmuni Smruti Granth Prakashan Samiti Byavar
Publication Year1965
Total Pages1066
LanguageHindi, English
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size31 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy