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________________ १३८ मुनिद्वय अभिनन्दन ग्रन्थ संपा0 मुनिद्वय अभिनन्दन ग्रन्थ प्रकाशन की रूपरेखा पत्रिका प्राप्त हुई। हमारे सकल संघ द्वारा उपाध्याय श्री कस्तूरचन्दजी महाराज एवं प्र० श्री हीरालालजी महाराज का अभिनन्दन स्वीकृत हो। -श्री श्वे० स्था० जैन श्रावक संघ, रायचूर _ मुनिद्वय का आगामी वर्ष में अभिनन्दन किया जायगा। यह शुभ सूचना पाकर हमें खुशी हुई। जालना स्थानकवासी श्रीसंघ भी इस अभिनन्दन समारोह का सश्रद्धा-सभक्ति अनुमोदन करने में पीछे नहीं है। इन्हीं शब्दों के साथ शुभ कामना ! -श्री स्थानकवासी जैन संघ, जालना - हमें मेवाड़ भूषण श्री जी से एवं श्री रमेश मुनिजी महाराज के मुखारविंद से ज्ञात हुआ कि निकट भविष्य में उपाध्याय श्री कस्तूरचन्दजी महाराज एवं प्र० श्री हीरालालजी महाराज को अभिनन्दन ग्रन्थ भेंट किया जायगा। स्थानीय श्रीसंघ भी इन महामुनियों के प्रति भक्ति एवं श्रद्धा के पुष्प समर्पित करता है। -श्री स्थानकवासी जैन संघ, जलगांव 0 सुलेखक साहित्यकार श्री रमेश मुनिजी द्वारा हमें मुनिद्वय अभिनन्दन ग्रन्थ की विस्तृत जानकारी मिली। हमारे संघ को प्रसन्नता इस बात की हुई कि मुनिद्वय (उ० श्री कस्तूरचन्दजी महाराज एवं प्र० श्री हीरालालजी महाराज) का अभिनन्दन करना सचमुच ही श्रमण परम्परा की गरिमा की अभिवृद्धि है। इस धार्मिक आयोजन की सफलता के लिए हमारे संघ की शुभकामना ! -श्री स्था० जैन संघ, भुसावल D मुनिद्वय अभिनन्दन ग्रन्थ प्रकाशित होने जा रहा है। एतदर्थ . हमारी भी शुभकामना आपके साथ हैं। --श्री स्था० जैन संघ, जामनेर D अभिनन्दन ग्रन्थ प्रकाशन की रूपरेखा पढ़कर मन प्रसन्नता से भर उठा । साहित्य-कोष की अभिवृद्धि में अभिनन्दन ग्रन्थ मार्गदर्शक बनेगा, यही शुभकामना है। -श्री जैन संघ, खण्डवा - उ० श्री कस्तुरचन्दजी महाराज एवं प्र० श्री हीरालालजी महाराज, इन दोनों नियों का श्रमण संस्कृति के विकास में प्रशंसनीय योगदान रहा है। वस्तुतः श्री संघों द्वारा अभिनन्दन ग्रन्थ भेंट किया जायगा, यह हमारे लिए ही नहीं, अपितु सकल समाज के लिए गौरव की बात है । हमारा संघ भी मुनियों का अभिनन्दन करता हुआ फूला नहीं समाता है। -श्री श्वे. जैन संघ, बुरहानपुर Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012006
Book TitleMunidwaya Abhinandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRameshmuni, Shreechand Surana
PublisherRamesh Jain Sahitya Prakashan Mandir Javra MP
Publication Year1977
Total Pages454
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size10 MB
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