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________________ अनुक्रमणिका - सातमो उ०-केम अने केवो आहार लेबो तथा केम अने केवो न लेवो. [पाणीनो अधिकार.] . १९० आठमो उ०-पाणी, फळ, फूल, तथा परचुरण आहार लेवा न लेवाना नियमो. १९२ [कंद फळाटिकनो अधिकार. नवमो उ०-क्यो आहार लवो अने क्या न लेवो. १९९ दशमो उ०-मुनिए आहारपाणी लावतां शी रीते वर्तवू. २०४ अगीयारमो ७०-मळेला आहार माटेनी वे शिक्षाओ तथा सात पिंडेपणाओ अने सात पाणेपणाओ. अध्ययन अग्यार# [शय्या] पहेलो उ०-वसतिना विचित्र दोपोर्नु वर्णन २१६ वीजो उ०-मुनिने गृहस्थ साथे वततां थता दोपो तथा नवजातनी वसति. २२५ त्रीजो उ०-मुनिए कया स्थळे रहे। कया स्थळे न रहे २४३ [संस्तारकनी चार प्रतिज्ञाओ] अध्ययन पारमुं [ई-] पहेलो उ०-विहारना नियमो. २४९ [मुनिए वहाणपर क्यारे चवं] चीजो उ०-वहाणपर चडवा तथा पाणीमाथी पसार थवा विगरे विधि. २५०. त्रीजो उ०--विहार करवानी विधि. अध्ययन तेरमुं. [भापा जात.] पहेलो उ०- भापाना सोळ विभाग तथा चार प्रकारो. बीजो उ०-मुनिए केवी रीते वोलवू ? २८१ अध्ययन चाँदमुं वस्त्रेपणा.] पडेलो उ०-मुनिए वसो केवां अने केम लेखां ? बीजो उ०-वस्त्र संबंधी वधु आज्ञाओ. अध्ययन पंढरम् [पात्रपणा. पहेला उ०-पात्र केवां अने गी रीते लवां ?
SR No.011502
Book TitleAng 01 Ang 01 Acharang Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavjibhai Devraj
PublisherRavjibhai Devraj
Publication Year1906
Total Pages435
LanguagePrakrit, Gujarati
ClassificationBook_Gujarati, Agam, Canon, & Conduct
File Size17 MB
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