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________________ अनुक्रमणिका. अध्ययन आठमुं. (विमोक्ष) पहेलो उ०- कुशीळ परित्याग. (लोक ध्रुव छे के अध्रुव ? कलम ३९६) बीजो उ०- अकल्पनाय परित्याग. ११२ ११५ त्रीजो उ०- खोटी शंकानुं निवारण - ( परीप होथी न डरं.) चोथा उ०- मुनिए कारण योगे वेहानसादि वाळ मरण पण करवा. ११७ १२० १२३ १२६ १२९ पांचमी उ०- मुनिए मांदा धतां भक्त परिज्ञाए मरण करं. छो उ०- धैर्य युक्त मुनिए इंगित मरण कर. सातमो उ०- पादपोपगमन मरण. आठमो उ०- काळ पर्यायी aणे मरणनी विधि. अध्ययन नवसुं. ( उपधान श्रुत. ) पहेलो उ०- महावीर स्वामिनो विहार. वीजो उ०- महावीर स्वामिनी वसति. तीजो उ०- वीर प्रभुए केवां परीपद सां. चौथो उ०- वीर प्रभुनी तपश्चर्या. अध्ययन दर्शानुं . [ पिंडेपणा. ] श्रुत स्कंध बीजो. Gr [पहेली चूलिका ] [५] १०८ पांचमी उ०- मुनि को आहार लेवो अने क्यों नहि देवो. छटो उ०केवो आहार लेवो तथा केवो न लेवो नैना नियमो. १३५ १४१ १४५ १४९ पेहेलो उ०- सुनिए क्यो आहार लेना अने कयो नहि लेवो. ferrer घरे प्रवेश करवानी विधि. ] १५६ १५८ बीजो उ०- मुनिए अशुद्ध आहार न लेवो तथा जमणवारमां न जं. १६२ त्रीजी उ०- मुनिर जयगवारमां जवाथी थना गैर फायदा. १६७ चौथो उ०- मुनिए जमगवारयां न जं. १७२ ?<?
SR No.011502
Book TitleAng 01 Ang 01 Acharang Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavjibhai Devraj
PublisherRavjibhai Devraj
Publication Year1906
Total Pages435
LanguagePrakrit, Gujarati
ClassificationBook_Gujarati, Agam, Canon, & Conduct
File Size17 MB
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