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________________ . ११२ शब्दसूची. [समाणसमाण-संत (पाकृते एव दृश्यते) संमाणणिज-संमाननीय समायर-सम्+आ+चर (धातु) संमाणे-समानय ( धातु) समायरियव्व-समाचरितव्य सय-शत समावन्न-समापन सय-स्वक समाहि-समाधि सयमेव-स्वयमेव समुदाण-समुदान सयण-स्वजन समुद्द-समुद्र सयय-शतक (चुलसयय च समुद्दिस-सम्+उ+दिश(धातु) महसयय चंति नामद्वये दृसमुप्पज-सम्+उ+पद्(धातु) श्यते ) समुप्पन्न-समुत्पन्न सर-सरस् समोसढ-समवसृत(प्राकृते एव) सरड-परठ समासरण-समवसरण सरसरस्स-सरसरस्य (लौकिसमोसरिय-समवस्त कानुकरणभाषा इति विवरसंपउत्त-संप्रयुक्त णकारः) संपत्त-संपत्त सरिस-सदृश संपया-संपद् सरीर-शरीर संपरिखुड-परिवृत सरीरग-शरीरक संपावे-प्रापय (सम्+ + संलव-सम्+लप् (धातु) भाप इति धातोर्णिजन्ते धातु) संलेहणा-संलेखना संपुण्ण-संपूर्ण संवच्छर-संवत्सर संपेह-सम्+प्र+ईक्ष (धातु) सवत्तिया-सपालिका संवन्धि-संबन्धिन् सवत्ती-पत्नी संवुद्ध-संबुद्ध संववहर-सम्+अवह (धातु) सम्म-सम्यक् संवाहणिय-संवाहनिक सम्मत्त-सम्यवाव , संविभाग-संविभाग
SR No.010825
Book TitleUvasagdasao
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages262
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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