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________________ समय ] शब्दसूची १११ संठिय-संस्थित सन्तय--सन्तत सहिषष्टि सन्तोसि-संतोष, संतुष्टि वा सणाण--स्नान सन्निभ-सनिम साणिय-शनिक ( शनैरित्यर्थे ) संनिवेस-संनिवेश सण्णवणा-संज्ञपना, संज्ञापना सप्प-सर्प सप्पह-सत्पथ सत्त--तस समा-सभा सत्तम-सप्तम समय-सद्भुत सत्तुस्सेह-संतोत्सेध सम्-सम् (उपसर्गः । तस्य च सत्थ-शस्त्र योजनं संस्कृतरीत्यैव, यथा सत्यवाह-वार्थवाह सजाय इति पदे। कदाचित्तु सत्यवाही-सार्थवाही प्राकृतनियमानुसारेणापि भवसन्थर-+स्तु (धातु) ति यथा 'संचाएमि') सन्यव--संस्तव सम-तम सन्थार-संस्तार समग-( जमग-समग इति सन्थारय-संस्तारक समासे एव । योगपद्येनेत्यर्थे) सह--शब्द सम-समर्थ सदह--अद्या (धातु) समण-श्रमण सद्दालपुत्त-महालपुन (श्राव- समणभूय-श्रमणभूत कस्य नाम) समणोवासग,समणोवासय'सहावे-शब्दाय् (धातु) श्रमणोपासक सद्धा-श्रद्धा समणोवासिया-श्रमणोपासिका सद्धिं-सार्धम् समत्त-समास सन्त-शान्त समन्त-समन्त सन्त-सत् समय-समय
SR No.010825
Book TitleUvasagdasao
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages262
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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