SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 159
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ .. वीरांग नीसाणी ५२ m वीरम साहस तोलिया छूट पड़ी किरवाणियां वीमाहं न होई अवलज सूजो प्राषियो सो सांची होई : बूकणका घर बोटिया साला सातूई बोतल हातल बेटियां वीमाह न होई श्राविया दल्लेषां श्रागै मूझ गनायत मारिया जुध छट्ठी जागे वीरम सू जुध वाजसा ऐ बल धारे ऊठिया उजवांला घर अापणी हेवर दोय हजारियां सहंस दसूही सांडिया लाख पचासां लूटिया मोटल सिरषा मारिया जोइयां सूजुध जूटबा मावै न छाती मधू झलिया रहै न जोइया दोऊ दिसरा दुष दलो मदपूर मचोल कठा लगा कथ कूड़ लष वारै वीरम कनै : पाया आदर दिया लष वेरो रहवास कू उसमांसू वीरम तनै :. चोत्री गाम चबूतरा घोसे इकसठ षाजरू धरनीहि रहाया . हाती रहै न जूटिया .. मिलिया चिड़ियां महलै निसाणी , ur or murrm Xwr 9Uw mrrial..AM सोरठा १३५ नीसाणी ५५
SR No.010752
Book TitleVeervaan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRani Lakshmikumari Chundavat
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1960
Total Pages205
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy