SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 9
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ( VII 258 258 258 2 पागम-(क) प्रादिव्यजनागम, (ख) मध्यव्यजनागम, (ग) अन्त्यव्य जनागम 3 वर्णविपर्यय 4 समीकरण 5 धोषीकरण 6 महाप्राणीकरण व्यजन-सयोग-(क) प्रबल मयुक्तव्यजन (ख) क्षीण सयुक्तव्यजन (ग) मिश्रसयुक्तव्य जन सयुक्ताक्षर 259 259 259 260 260 260 पदग्रामिक अध्ययन 261 पदग्राम 261 261 262 266 शब्दो का स्वरूप प्रत्यय प्रक्रिया 1. विभक्ति प्रत्यय-(क) प्रो, पा, ई, शून्य विभक्ति-ई, अ (ख) निविभक्तिक शून्य प्रयोग 2 व्युत्पादकपूर्व प्रत्यय (क) व्युत्पादक पूर्व प्रत्यय या उपसर्ग (ख) व्युत्पादक परप्रत्यय ताद्धतान्त शब्द-कर्तृवाचक प्रत्यय, सवधार्थक प्रत्यय, स्त्री प्रत्यय व कृदन्तीप्रयोग 267 270 274 275 291 अर्थगत अध्ययन (अर्थ-विज्ञान) (देशीनाममाला की शब्दावली का वर्गीकरण) अनादि प्रवृत्तप्राकृत भाषा के शब्द सस्कृतामिधान मे अप्रसिद्ध भारोपीय भाषा से सम्बद्ध शब्द द्राविड परिवार की आपाप्रो के शब्द विदेशीशब्द ध्वन्यनुकरणात्मक शब्द लोकोद्भूत ध्वन्यनुकरणात्मक शब्द । 292 292 296 299 299
SR No.010722
Book TitleDeshi Nammala ka Bhasha Vaignanik Adhyayan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivmurti Sharma
PublisherDevnagar Prakashan
Publication Year
Total Pages323
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size13 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy