SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 88
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ भारत को महत्तर राष्ट्र बनाने वाला आन्दोलन डा० बलभद्रप्रसाद, डी० एस-सी, एफ० एन० प्राई० उपकुलपति, इलाहाबाद विश्वविद्यालय देश में बहुत से व्यक्ति ऐसे होते हैं जो राष्ट्र के समक्ष उपस्थित समस्याओं को जान लेते हैं; किन्तु ऐसे व्यक्ति बहुत थोड़े ही होते हैं, जो ममस्याओं का सामना करते हैं और उनके समाधान के लिए प्रयत्न करते हैं। प्राचार्यश्री तुलसी एक ऐसे ही महापुरुष हैं। उन्होंने अनुभव किया कि राष्ट्र की नैतिक भित्ति उसके साधारण विकास के लिए भी मुद्द नहीं है, मतः उन्होंने राष्ट्रीय चरित्र के निर्माण एवं विकास के प्रावश्यक कार्य में अपना जीवन भोक दिया है। इस कार्य को करते हुए वे अनेक प्रकार की दुविधाओं का सामना करते हैं। समाज सेवा और नैतिक उत्थान के कार्य में मिली हुई सफलता का अंकन अत्यन्त ही कठिन हुआ करता है। बहुधा ऐसा होता है कि वर्षों पश्चात् इनका परिणाम दिखाई पडता है। मुझे इस बात में तो सन्देह ही नहीं है कि पूज्य प्राचार्यश्री तुलसी ने जो कार्य किया है, उसका फल अवश्य मिलेगा और यह भारत को महत्तर राष्ट्र बनाने में सहायक भी होगा। प्राचार्य श्री तुलसी अपने इस कार्य के लिए अभिनन्दन के पात्र हैं और ग्रन्थ के सम्पादकों को भी मेरी बधाई है कि वे साचार्यश्री के कार्य का ग्रन्थ रूप में सम्पादित कर रहे हैं। आचार्यश्री तुलसी को मैं अपनी शुभकामना भीर वन्दन प्रेषित कर रहा हूँ । W महान् व्यक्तित्व डा० वाल्थर शुबिंग एम० ए०, पी-एच० डी० हेम्बुर्ग विश्वविद्यालय 1 प्राचार्यश्री तुलसी के धवल समारोह का समाचार मिला अनेक धन्यवाद । मुभे प्राचार्यश्री की गत पच्चीस वर्ष की निःस्वार्थ, नैतिक और सामाजिक सफलताम्र और उनके महान् व्यक्तित्व के प्रति अपनी श्रद्धांजलि भेंट करते हुए परम प्रसन्नता हो रही है और इस कार्य में मैं उनके प्रशंसकों और अनुयायियों के साथ हूँ | मेरी हार्दिक कामना है कि तेरापंथ सम्प्रदाय के पूज्य प्राचार्य और प्रणुव्रत आन्दोलन के प्रणेता अपने उद्देश्य में और अधिक सफल हों। मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता होती है कि स्विट्जरमैण्ड में नैतिक उत्थान का एक आन्दोलन चल रहा है, जिसे इण्टरनेशनल कोक्स मूवमेन्ट (International Caux Movement ) कहते हैं। मैं इसे पश्चिम में प्रमुखतयान्दोलन की ही प्रतिच्छाया समझता हूँ। मैं अभिनन्दन ग्रन्थ व धवल समारोह की सफलता के लिए शुभकामनाएं प्रेषित करता हूँ ।
SR No.010719
Book TitleAacharya Shri Tulsi Abhinandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Dhaval Samaroh Samiti
PublisherAcharya Tulsi Dhaval Samaroh Samiti
Publication Year
Total Pages303
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Biography, Literature, M000, & M015
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy