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________________ १२ ] प्राचार्यश्री तुलसी अभिनन्दन अन्य [प्रथम तो उन्हें देश के महान् व्यक्तियों में से एक प्रभावशाली व्यक्तित्व मानते हैं, जिन्होंने भारत मे नीति और सद्व्यवहार का झंडा ऊँचा उठाया है। अणुव्रत-पान्दोलन द्वारा देश के हजारों और लाखों व्यक्तियों को अपना नैतिक स्तर ऊंचा करने का अवसर मिला है और भविष्य में भी मिलता रहेगा। यह प्रान्दोलन बच्चे, बूढ़े, नौजवान, स्त्री, पुरुष, सरकारी कर्मचारी व्यापारी वर्ग आदि सबके लिए खुला है। इसके पीछे एक ही शक्ति है और वह है नैतिक शक्ति । यह स्पष्ट ही है कि इस प्रकार का आन्दोलन सरकारी शक्ति से संचालित नहीं किया जा सकता। भारतवर्ष में यह परम्परा ही रही है कि जनता की नैतिकता ऋषि, मुनि व प्राचार्यों द्वारा ही संचालित हुई है। मैं आशा करता हूँ कि प्राचार्यश्री तुलसी बहुत वर्षों तक इस देश की जनता को नैतिकता की पोर ले जाने में सफल रहेंगे और उनके जीवन से हजारों व लाखों व्यक्तियों को स्थायी लाभ मिलेगा। T SAT -.. - - 25 -
SR No.010719
Book TitleAacharya Shri Tulsi Abhinandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Dhaval Samaroh Samiti
PublisherAcharya Tulsi Dhaval Samaroh Samiti
Publication Year
Total Pages303
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Biography, Literature, M000, & M015
File Size15 MB
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