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________________ अनुक्रमणिका -oCo ५३ ५७. संख्या कृति नाम गाथा आदि पद पृष्ठांक १ धर्मबावनी ५७ ॐकार उदार अगम्म अपार १ २ कुडलिया बावनी ५७ ॐनमो कहि आद थी १७ ३ छप्पय बावनी ५७ गुरु गुरु दिन मणि हस ३५ ४ दृष्टान्त छत्तीसी ३६ श्री गुरु को शिक्षा वचन ५ परिहाँ (अक्षर) बत्तीसी ३४ काया कुंभ समान ६ सवासौ सीख ३६ श्री सद्गुरु उपदेस सभारो ७ गुरु शिक्षा कथन निसाणी ७ इण ससार समुद्र को ८ वैराग्य निसाणी ६ काया-माया कारिमी ६ उपदेश निसाणी ७ मोह बसै केइ मानवी ७०. १० वैराग्य सज्झाय ५ जोवनियो जायै छै जी ११ वैराग्य सज्माय ११ करिज्यो मत अहकार १२ हितोपदेश स्वाध्याय १५ चेतन चेत रे चलिमा चपलाइ ७४ १३ सप्तव्यसन त्याग स०६ सात विसन नौ सग रखे करौ ७६ १४ तम्बाकु त्याग स० १४ तुरत चतुर नर तम्बाकू तजी ७८ ७२.
SR No.010705
Book TitleDharmvarddhan Granthavali
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta
PublisherSadul Rajasthani Research Institute Bikaner
Publication Year1950
Total Pages478
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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