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________________ मुंहता नैणसीरो ख्यात पातसाहरो मामो भाटी काल्हण जैसळमेर दोलतखांन खंधारवाळो विकूपुर। किलेदार। १ जसहड़, पाल्हण, काल्हण, लांजो विजैरावरा इणांरो वडो धड़ो' । १ राहड़ जैसळमेर । रावळ लखमणरा १ मंगरिया, इणरा थळ पोतरा। गाँव ४० मुसलमान १ रूपसी, जैसळमेर गांवका हुवा। १ गाहड़रो गांव बीकानेर १ राजधर । कनै गाहिड़वाळो । १ उरगो वैरसीरो सावड़ारावळ सालवाहनरा वाळो। १ वानर, इणांरै जैसळमेररै १ सतो वैरसीरो। रावळ देस गांव डाभलो। लखणसेनरा पोतरा। १ कड़वारै जैसळमेररो १ मूळपसाव । गांव भैंसड़ो। रावळ १ लूणराव । काल्हणरा पोतरा। रावळ केहररा पोतरा१ सीहड़, साल, वीकमसी, १ सांवतसी केहररो। लखमसी, झै काल्हणरा। १ मेहाजळ केहररो। जैसळमेर वड़ा रजपूत । १ जैसो कलकरणरो। परधान गांव ब्रह्मसर। कलकरण केहररो। १ जैचंद लखमसी काल्हण। रावळ केलणरा१ भुणकमल झांझण १ विकूपुररा। I लांजा विजयरावके वंशज । 2 मंगरिया (मंगलिया), इसके थलके (थरके) ४० गांव एक साथ मुसलमान हो गये । 3 गाहड़के नामसे बीकानेरके पास गाहिड़वाला गांव है । 4 वानर, इनका जैसलमेरमें डाभला गांव। 5 रावल काल्हणके पोते कड़वा भाटियोंके जैललमेरका गांव भैंसड़ा। दूसरी प्रतियोंमें कड़वोंका उल्लेख नहीं है। उनमें भैसड़ा गांव वानरोंका तथा वानर राव काल्हग्गाके पोते वताये गये हैं। 6 सीहड़, साल, बीकमसी और लखमसी ये काल्हणके वंशज । जैसलमेरमें बड़े राजपूत । इनका प्रधान गांव ब्रह्मसर । 7 इनका समूह . . . . वडा । 8 रूपसी जैसलमेरके काछा गांवमें ।
SR No.010610
Book TitleMunhata Nainsiri Khyat Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1962
Total Pages369
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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