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________________ - प्रतिक्रमण सूत्र । ७. सीता-श्रीरामचन्द्र की धर्म-पत्नी और जनक विदेह की पुत्री। ८. नन्दा-अभयकुमार की माता । -अन्त० वर्ग ७, प्रध्य०१॥ ६. भद्रा-शालिभद्र की धर्म-परायण माता। १०. सुभद्रा-इस ने अपने ब्रह्मचर्य के प्रभाव से चलनी द्वारा कुए में से पानी निकाल कर लोगों को चकित किया। -शवैकालिक नि० गा० ७३-७४। ११. राजीमती-भगवान् नेमिनाथ की बाल-ब्रह्मचारिणी मुख्य-साध्वी । इस ने अपने जेठ रथनेमि को चारित्र में स्थिर किया। -दशवै० अध्य० २, वृत्ति पृ०६६ । १२. ऋषिदत्ता-कनकरथ नरेश की पतिव्रता स्त्री और हरिषेण तापस की पुत्री। १३. पन्नावती-दधिवाहन की स्त्री, चेडा महाराज की पुत्री और प्रत्येक बुद्ध करकण्डु की माता ।-श्राव० पृ० ७१६-७१७ । १४. अञ्जनासुन्दरी-पवनञ्जय की स्त्री और हनुमान की माता। १५. श्रीदेवी-श्रीधर नरेश की पतिव्रता स्त्री। १६. ज्येष्ठा-त्रिशला-पुत्र नन्दिवर्धन की निश्चल बत-धारिणी पत्नी और चेडा राजा की पुत्री। -श्राव० पृ० ६७६ । १७. सुज्येष्ठा-चेलणा की बहिन और बाल-ब्रह्मचारिणी परम-तपस्विनी साध्वी। -आव० पृ० ६७६-६७७ । १८. मृगावती-- चन्दनबाला की शिष्या । इस ने भालोचना करते करते केवलज्ञान प्राप्त किया। -प्राव०नि० गा० १०४८, पृ०४८४ दश० नि० गा०७६, पृ०४६।
SR No.010596
Book TitleDevsi Rai Pratikraman
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSukhlal
PublisherAtmanand Jain Pustak Pracharak Mandal
Publication Year1921
Total Pages298
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & Paryushan
File Size16 MB
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