SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 21
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ( १३ ) बोलन. पृष्ठ | चोल नं0 ७८० कोकण दारक का | ७८३ चक्रवर्तियों का हार २६३ उदाहरण २४ ७८३ चक्र० की अवगाहना २६३ ८१८ क्रोधादि को शान्ति ७८३ चक्रवर्तियों को गति २६१ के उपाय ४०२ ७८३ चक्रवर्तियों की प्रव्रज्या २६५ ८०८ तुघा, पिपासा देवों में ३३१ ७.३ चक्रवतियों की सन्तान २६४ ७८३ चक्रवतियों की स्थिति २६३ ७७६ गजसुकुमाल की कथा १६३ ७३ चक्र के एकेन्द्रिय रत्न २६३ ७७५ गणधर ग्यारह २३ ७८३ चक्रवर्तियों के ग्राम २६२ ७७५ गणधरों की शङ्काएँ २३ |७३ चक्र के जन्मस्थान २६२ ८०८ गतागत देवों की ३९८ ७८३ चक्र० के पचेन्द्रिय रत्न २६३ ८८ गतागत देवभव में ३३२ ७८३ चक्रवतियों के पिता २६२ ७८३ गति चक्रवर्तियों की २६१ / ७८३ चक्रववियों के खारत्न ६६४ ८१६ गाथाएँ तेरह उन्तरा- ७८४ चक्रवती आने वाला ध्ययन सूत्र की ४.६ उत्सापणा के २६५ ७८० गाय और बछड़े का ७५३ चक्र ० का काकिणीरत्न २६१ उदाहरण २३६ | ७८३ चक्रवती बारह २६० ७८२ गुण वारह अरिहन्त के २६० ७५७ चन्दपरणात ७७६ गुणरत्न संवत्सर तप २०० ७६L चन्द्र, सूर्या की सख्या ३०० ८०८ गृहलिङ्गी का उपपात ३३६ | ७७७ चन्द्र प्रज्ञान २२८ ७७६ ग्यारह अङ्ग ६६ २१ चिलातापुत्र का दृष्टान्त ४३४ ७EE ग्रहों की संख्या ३.० ७७५ चौबीस तीर्थडरों क ७५३ ग्राम चक्रवतियों के २६२ गणधरों की संख्या २३ ७८० ग्रामेयक का उदाहरण २४२ ७६७ ग्लान प्रतिचारी बारह २१७७५३ जन्मस्थान चक्रवतियों के २६२ ७७७ जवूद्वीप परणति २२५ ७८३ चक्रवतियों का बल २६२ ७७७ जबूद्वीप प्रज्ञप्ति २२५ ७३ चक्रवर्तियों का भोजन २६१/११ जावादि नव चत्वों के शान से ७८३ चक्रवर्तियों का वर्ण २६३ बारह बोलों की प्राप्ति ३५२ २२६
SR No.010511
Book TitleJain Siddhanta Bol Sangraha Part 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhairodan Sethiya
PublisherJain Parmarthik Sanstha Bikaner
Publication Year2051
Total Pages506
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_related_other_literature
File Size17 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy