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________________ जैन-गौरव-स्मृतियां * एसोसियेशनों के आप प्रसीडेन्ट रहे हैं। भारत प्रौढ़ शिक्षण संघ के संरक्षक है। जय रोग निवारक तथा आर्थिक और प्रोद्योगिक विकास बोर्ड ग्वालियर के प्रेसीडेन्ट हैं । देवास बैंक लिमिटेड देवास के चेयरमेन हैं। दी कल्याणमल मिल्स लिमिटेड इन्दौर तथा श्री विक्रमशूगर मिल्स अलोट के आप मैनेजिंग एजेंट्स हैं। दी बोम्बे फायर एन्ड जनरल इंशुरेन्स कं० बम्बई दी इलेक्ट्रोनिक कं० लिमिटेड नई दिल्ली, बोम्वे सिनोटोन कं० धम्बई, दी ग्लोरी इंश्योरेन्श के लि० इन्दौर, दी सागरमल स्पिनिक एन्ड विविंग मिल्स लि० बुरहानपुर' दी नेशनल माइक्रो फिलिम्स बम्बई. यूनाइटेड नेशनल इंडिस्ट्रियल कारपोरेशन लिमिटेड कलकत्ता, दी मालवा बनरपति एण्ड कैमिकल कं. लि० इन्दौर आदि के आप डायरेक्टर हैं।। ..:: आपके परिवार की ओर से लोकोपकारी कार्यों में काफी सम्पती लगाई जाती है । आपकी ओर से इन्दौर में श्री तिलोकचंद जैन हाई स्कूल 'कल्यानमल नर्सिह होम ( प्रसूता गृह.) कल्याण जैन छात्रालय आदि संस्थाएं चल रही है। जैन समाज और धर्म की उन्नति के लिये तो आप परम सहायक आंगेवान एवं प्रयत्नशील रहते ही हैं । "श्री खंडेलवाल जैन महासभा के आप प्रमुख कार्यकर्ता हैं। . . . . . . : : ............ * सेठ सूरजमलजी गेंदालालजी बडजात्या, इन्दौर .. . :: ...:; आप इन्दौर के एक बडे श्रीमन्त परिवार के सुप्रसिद्ध उद्योगपति, मिल मालिक और बैंकर्स हैं। श्री गेन्दालाल मिल्स लिमिटेड जलगांव के मैनेजिंग डाइ रेक्टर, दी सागरमल स्पीनिंग एन्ड विविंग मिल्स लिमिटेड जलगांव, बुरहानपुर तथा कोटा टेक्सटाइल्स लिमिटेड के डाईरेक्टर हैं। बंडा सर्राफा काटन एसोसि येशन इन्दौर के प्रसीडेंट तथा गांधी भवन ट्रस्ट इन्दौर के ट्रस्टी है। आपके परिवार की तरफ से परोपकार के लिए एक गेन्दालाल बडजात्या सुकृत टस्ट फंड बना हया है, जिसके द्वारा अनाथों विधवाओं और छात्रों को बिना किसी जातीय भेदभाव के सहायता पहुंचाई जाती है । इसका सफल संचालन श्राप ही कर रहे हैं। श्रीर इससे जनता को बडा लाभ पहुँच रहा है। .. ..... . इसी तरह कई सार्वजनिक संस्थाओं के आप परम सहायक और कर्मठ कार्यकर्ता हैं। विद्या प्रचार की तरफ आपका विशेष लक्ष्य है । आपकी तरफ से एक धर्मार्थ आँपधालय भी चालू है। धार्मिक व सामाजिक कार्यों में भी आप अग्रणी . हैं । इस तरह आप एक नवीन सुधरे हुए विचारों के सुविचारशील सज्जन है। जैन समाज के रत्न है इन्दौर नरेश द्वारा राज्य भूपरण की पदवी से तथा अ०भा० दि जैन महासभा की ओर से "जैन रत्न" की उपाधि से विभूषित है। . ★सेठ लालचन्दजी सेठी, उज्जैन वाणिज्य भूपण, जैन रत्र, राय बहादुर सेठ लालचन्दजी सेठी का जन्म सं. १८६३ में हुआ। आप मालवे के एक प्रतिष्ठित श्रीमन्त जागीरदार, बैंकर तथा मिल मालिक हैं। -
SR No.010499
Book TitleJain Gaurav Smrutiya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManmal Jain, Basantilal Nalvaya
PublisherJain Sahitya Prakashan Mandir
Publication Year1951
Total Pages775
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size44 MB
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