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________________ जैन - गौरव स्मृतियाँ अतिरिक्त आपके यहाँ जमींदारी, बैङ्किग एवं कमीशन एजन्ट का भी कार्य होता है । यह तो आप का व्यापारिक परिचय हुआ । चि. सरस्वति देवी सामाजिक क्षेत्र में भी श्री सेठि चि. पवन कुमार जी ने कार्य कर प्रगतिशीलता का परिचय दिया । वर्तमान में आप श्री महावीर हीरोज लाडनूं के सभापति एवं दी बंगाल जूट डीलर एसोसीयशन कलकत्ता के सहायक मन्त्री हैं । इसी प्रकार से और भी संस्थाओं के सदस्य एवं पदाधिकारी है । आप उत्साही, मिलनसार एवं प्रसन्नचित्त नवयुवक हैं एवं प्रत्येक युवकोचित कार्य में महत्त्व पूर्ण भाग लेते रहते हैं । आपके धनकुमारजी एवं पवनकुमारजी नामक दो पुत्र हैं जिनकी आयु क्रमश १२ एवं २ वर्ष की है । इनके अतिरिक्त विमलाकुमारी, सुलोचना सरस्वती एवं सीतादेवी नामक चार कन्यायें है । I आपकी फर्म " नथमल सेठी एण्ड कम्पनी ५५ नलिनी सेठ रोड़ कलकत्ता, में जूट का प्रमुख रुप से व्यवसाय कर रही है । इसके अतिरिक्त आप टिपेराबेलिङ्ग कम्पनी एवं राजस्थान इन्वेंस्टमेण्ट कम्पनी के डाईरेक्टर भी हैं । ★ श्री सेठ घनश्यामदास जीवाकलीवाल लालगढ़ (बीकानेर) . रायबहादुर सेठ चुन्नीलालजी बाकलीवाल के यहाँ सं० १६६६ को भाद्रपद कृष्णा ८ को आपका शुभजन्म हुआ । श्री सेठ चुन्नीलालजी एक
SR No.010499
Book TitleJain Gaurav Smrutiya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManmal Jain, Basantilal Nalvaya
PublisherJain Sahitya Prakashan Mandir
Publication Year1951
Total Pages775
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size44 MB
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