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________________ . अन्य के माननीय...सहायक लगन से आगे रहते हैं। भारत में मित्रों की जोडी प्रशंसनीय है। भीनासर में स्थापित शिक्षण संस्थाओं और अन्य सार्वजनिक संस्थाओं के तो आप .:" SE. .... A . राज्य द्वारा भी आप सन्मानित रहे हैं । जव बीकानेर नरेश श्रीसंत शार्दूलसिंहजी बहादुर भीनासर पूज्य श्री तुलसीरामजी म. सा. के दर्शनार्थ. पधारे और आपके अतिथि हुए थे। तव प्रसन्न हो आपके परिवार को सोना" प्रदान कर राज्य सन्मानित घोपित किया था। ___ उदारता में आप एक आदर्श है। आप अपने हाथों से लाखों रुपयों का दान अब तक प्रदान कर चुके हैं। श्रीमंत बीकानेर नरेश को चेरीटी फंड ( सत्कार्य कंड) में एक मुश्त १लाख रुपया प्रदान किया था। + श्री सेठ नथमलजी सेठी, कलकत्ता ___ संसार के विशाल प्रांगण में कार्यरूपी क्रीड़ा करते हुए विरले ही असीम सफलता के भागी बनते हैं। हमारे सेठी महोदय श्री नथमलजी साहव उन उन्नायकों में .. से है जिन्होंने अपनी सुकार्यदक्षता एवं सुव्यवस्था से अच्छी उन्नति की । आपका जन्म सं. १६७१ श्रावण सुदि ११ को हुया । अापके पिता श्री डायमलजी सेठी का श्राप पर धार्मिकता का अच्छा असर पडा बचपन में ही श्राप प्रतिभाशाली छात्रों में से थे अतः स्वल्प समय : मेंही शिक्षा समाप्त कर .. व्यापार क्षेत्र में उतर पड़े जिसमें कि आपने नही सफलता प्राम की। पूर्वी पाकिस्तान, बंगाल। विहार एवं असाम में लापका जूद का व्यवसान पद नप में होता इस . '. 71 GA . .... T . .. Meron. . NA
SR No.010499
Book TitleJain Gaurav Smrutiya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManmal Jain, Basantilal Nalvaya
PublisherJain Sahitya Prakashan Mandir
Publication Year1951
Total Pages775
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size44 MB
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