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________________ ( ४३ ) उत्तर: तलवार आदि हथियारों का उपयोग करना सो. ( ४ ) प्रश्न: मसि का व्यापार किसको कहते हैं ? उत्तरः लिखने का व्यापार को मसिका व्यापार कहते हैं. ( ५ ) प्रश्न: कृषि व्यापार मायने क्या ? उत्तरः खेती का उद्योग. ( ६ ) प्रश्न: इन तीनों प्रकार के व्यापार यहां है ? उत्तरः हां. (७) प्रश्न: इस भूमि को क्या कहते हैं ? उत्तरः कर्म भूमि. (८) प्रश्न: कर्म भूमि के कितने क्षेत्र हैं ? उत्तरः पंद्रह. ( 8 ) प्रश्नः ये पंद्रह में से किस क्षेत्र में अपन रहते हैं ? उत्तर : भरत क्षेत्र में. (१०) प्रश्न: भरत क्षेत्र कितने हैं ? उत्तर: पांच. (११) प्रश्न: पांच में से जंबुद्वीप में कितने भरत हैं ? उत्तरः एक. (१२) प्रश्नः वाकी के चार भरतक्षेत्र कौन द्वीप में हैं ? उत्तरः २ धातकी खंड में व २ अर्ध पुष्कर द्वीप में. (१३) प्रश्न: अपन वहां जासक्ते हैं या नहीं ? उत्तरः देवता की सहायता विना अपन वहां नहीं जासके.
SR No.010487
Book TitleShalopayogi Jain Prashnottara 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDharshi Gulabchand Sanghani
PublisherKamdar Zaverchand Jadhavji Ajmer
Publication Year1914
Total Pages77
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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