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________________ ( ३०० ) . प्र. ५२० म. स्वामी को श्रीषधि सेवन से क्या हुआ ? उ. भगवान महावीर औषधि सेवन से धीरे-धीरे स्वस्थ हो गए और सुख पूर्वक विहार करने लगे । प्र. ५२१ म. स्वामी को पित्तज्वर का प्रकोप कितने समय तक रहा था ? उ. छः मास तक । प्र. ५२२ म. स्वामी के रोग निवारण के लिए रेवती ने कौनसा कर्म उपार्जन किया था ? म. स्वामी के रोग निवारण के लिए सिंह रणगार को निर्दोष शुद्ध प्रहार दान प्रसन्नता पूर्वक देने पर रेवती श्राविका ने तोर्थंकर नाम कर्म का उपार्जन किया था । प्र. ५२३ म. स्वामी ने मेंढिय ग्राम से किस ओर प्रस्थान किया था ? चम्पानगर की ओर । उ. उ. प्र. ५२४ म. स्वामी चम्पा नगर में कहाँ विराजमान थे ? पूर्णभद्र चैत्य में । उ. ५२५ म. स्वामी के पास पूर्णभद्र चैत्य में कौन आया था ? ·
SR No.010409
Book TitleMahavira Jivan Bodhini
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGirishchandra Maharaj, Jigneshmuni
PublisherCalcutta Punjab Jain Sabha
Publication Year1985
Total Pages381
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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