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________________ ( २५६ ) उ. जात जाति-स्मरण-ज्ञान । उसी ज्ञान के कारण निर्ग्रन्थ-प्रवचन का श्रद्धालु बनकर दीक्षित भी हो गया था। 4. ३४१ आर्द्रक मुनि की दीक्षा का निमित्त कौन हुआ था ? उ. राजगही के महाराजा श्रेणिक का महामंत्री अभयकुमार। प्र. ३४२ म. स्वामी ने १९वां चातुर्मास कहाँ किया था ? उ. राजगृह नगर में। प्र. ३४३ म. स्वामी ने चातुर्मास के बाद किस पोर विहार किया था? उ. प्रालंभिका नगर होते हुए कौशंबी की ओर । प्र. ३४४ म. स्वामी कौशंबी में कहाँ विराजे थे? उ. चन्द्रावतरण चैत्य में । प्र. ३४५ कोरांवो में किसका राज्य था ? उ. महाराजा शतानीक का । प्र. ३४६ शतानीक की रानी का क्या नाम था ? उ. महारानी मृगावती। प्र. ३४७ शतानीक के पुत्र का क्या नाम था? राजकुमार उदयन ।
SR No.010409
Book TitleMahavira Jivan Bodhini
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGirishchandra Maharaj, Jigneshmuni
PublisherCalcutta Punjab Jain Sabha
Publication Year1985
Total Pages381
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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