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________________ उ. १२ वर्ष बाद । प्रे. ८५ व्यक्तजी केवली अवस्था में कितने वर्ष रहे थे? उ. १८ वर्ष । प्र. ८६ व्यक्तजी गणधर की संपूर्णायु कितनी थी ? ८० वर्ष । प्र. ८७ सुधर्माजी किस नगर के थे ? उ. कोल्लाग सन्निवेश नगर के । प्र. ८८ सुधर्माजी के पिताका नाम क्या था ? उ. धमाल । प्र. ८६ सुधर्माजी की माता का नाम क्या था? उ. मछल देवी। प्र. ६० सुधर्माजी का गोत्र क्या था ? उ. अग्निविशाल । ६१ सुधर्माजी का जन्म नक्षत्र क्या था ? उ. उत्तराफाल्गुनी। १२ सुधर्माजी ने कितनी आयु में दीक्षा ग्रहण की थी? उ. ५० वर्ष की आयु में । प्र. ६३ सुधर्माजी को दीक्षा के कितने वर्ष बाद केवल ज्ञान प्राप्त हुआ था ?
SR No.010409
Book TitleMahavira Jivan Bodhini
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGirishchandra Maharaj, Jigneshmuni
PublisherCalcutta Punjab Jain Sabha
Publication Year1985
Total Pages381
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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