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________________ 4 છે ( १८५ ) प्र. ७५ वायुभूति को दीक्षा के कितने वर्ष बाद केवल. . . ज्ञान प्राप्त हुआ था ? उ. १० वर्ष बाद । प्र. ७६ वायुभूति केवली अवस्था में कितने वर्ष रहे थे? १८ वर्ष। प्र. ७७ वायुभूति गणधर का संपूर्णायु कितना था ? ७० वर्ष । प्र. ७८ व्यक्तजी किस नगर के निवासी थे ? उ. कोल्लाग नगर के । 'प्र. ७९ व्यक्तजी के पिताका नाम क्या था ? उ. धनमित्र । 'प्र. ८० व्यक्तजी के माताका नाम क्या था ? उ. वारुणी देवी। 'प्र. ८१ व्यक्तजो का गोत्र क्या था ? उ. भारद्वाज । 'प्र. ८२ व्यक्तजी का जन्म नक्षत्र क्या था? ड. श्रवण । प्र. ८३ व्यक्तजी ने कितनी आयुमें दीक्षा ग्रहण को थी? उ ५० वर्ष की आयु में। .. प्र. .. ८४ व्यक्तजो को दीक्षा के कितने वर्ष वाद केवल ज्ञान प्राप्त हुया था ? .
SR No.010409
Book TitleMahavira Jivan Bodhini
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGirishchandra Maharaj, Jigneshmuni
PublisherCalcutta Punjab Jain Sabha
Publication Year1985
Total Pages381
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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