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________________ ३८ ~ जिन सिद्धान्त उत्तर - इन्द्रिय और मनकी सहायता से जो ज्ञान 5924 हो उसे मतिज्ञान कहते हैं । प्रश्न- मतिज्ञानके कितने भेद हैं ? उत्तर - मतिज्ञानके चार भेद हैं- ( १ ) अवग्रह, ( २ ) ईहा, (३) श्रचाय, ( ४ ) धारणा | प्रश्न - अवग्रह किसको कहते हैं ? उत्तर- इन्द्रिय और पदार्थ के योग्यस्थान में रहने पर दर्शन उपयोग के पीछे अवान्तरसत्ता सहित विशेष वस्तुके ज्ञानको अवग्रह कहते हैं । जैसे यह क्या है ? पतंग है, या बगला है । प्रश्न- ईहा ज्ञान किसको कहते हैं ? उत्तर - अवग्रह से जाने हुये पदार्थ के विशेष में उत्पन्न हुये संशय को दूर करते हुये अभिलाप स्वरूप ज्ञान को ईहा कहते हैं । जैसे - यह पतंग नही है, बगला है । यह ज्ञान इतना कमजोर हैं कि किसी पदार्थ की ईहा होकर छूट जावे तो उसके विषय में कालान्तर में संशय और विस्मरण होजाता है। प्रश्न-वाय किसको कहते हैं ? उत्तर - ईहा से जाने हुये पदार्थ में यह वही है अन्य नहीं है, ऐसे निश्चित ज्ञान को अवाय कहते हैं, जैसे-यह बगला ही हूँ और कुछ नहीं है । अवाय से जाने हुये
SR No.010381
Book TitleJina Siddhant
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulshankar Desai
PublisherMulshankar Desai
Publication Year1956
Total Pages203
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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