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________________ जिन सिद्वान्त] कहते हैं, जहाँ और कोई द्रव्य नहीं है मात्र आकाश ही है । वह आकाश अनन्त प्रदेशी है। प्रश्न--काल द्रव्य क्रिमको कहते हैं ? ___ उत्तर---जिसमें परिवर्तना नाम का प्रधान गुण हो उसे काल द्रव्य कहते हैं । वह सब द्रव्यों की अवस्था बदलने में उदासीन निमित्त है। प्रश्न--काल द्रव्य के कितने भेद हैं ? उत्तर--कालद्रव्य के दो भेद हैं- ( १ ) निश्चय, (२) व्यवहार। प्रश्न--निश्चय काल किसको कहते हैं ? उत्तर---जो काल नाम का द्रव्य है उसको निश्चय काल कहते हैं । वह निष्क्रिय निष्कम्प है तथा संख्या में असंख्यात है, आकाशके एक एक प्रदेश पर एक एक काल द्रव्य स्थित है। प्रश्न---व्यवहार काल किसको कहते हैं ? उत्तर--काल द्रव्य की अवस्था का नाम व्यवहार काल है । समय, सेकिन्ड, मिनट, घन्टा, दिन,गत आदि । प्रश्न-पर्याय किसको कहते हैं ? उत्तर--गुण की अवस्था का नाम पर्याय है। प्रश्न-पर्याय के कितने भेद हैं ?
SR No.010381
Book TitleJina Siddhant
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulshankar Desai
PublisherMulshankar Desai
Publication Year1956
Total Pages203
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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