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________________ AmrawrAAM www.nauna am जिन सिद्धान्त प्रश्न-तैजस और कार्माण शरीर किसके होते हैं ? उत्तर--सब संसारी जीवों के तैजस और कार्माण शरीर होते हैं। प्रश्न--धर्मास्तिकाय द्रव्य किसको कहते हैं ? उत्तर-जिसमें गति हेतुत्व नामका प्रधान गुण हो उसे धर्मास्तिकाय द्रव्य कहते हैं । जो लोकाकाश के बरावर असंख्यात प्रदेशी, निष्क्रिय और निष्कम्प एक अखंड द्रव्य है । जो जीव तथा पुद्गल के गमन करने में उदासीन निमित्त है । जैसे-मछली के लिये जल | प्रश्न--अधर्मास्तिकाय द्रव्य किसको कहते हैं ? ____उत्तर-जिसमें स्थिति हेतुत्व नाम का प्रधान गुण हो, जो लोकाकाश के बराबर असंख्यात प्रदेशी, निष्क्रिय तथा निष्कंप एक अखण्ड द्रव्य है, जो जीव तथा पुद्गल के स्थिति रूप परिणमन करने में उदासीन निमित्त है। जैसे धूप के दिनों में थके हुये मुसाफिर के लिये पेड़ की छाया। प्रश्न--आकाश द्रव्य किसको कहते हैं ? उत्तर--जिसमें अवगाहनत्व नाम का प्रधान गुण हो, जो अनन्त प्रदेशी निष्क्रिय, निष्कप एक अखण्ड द्रव्य है, जो सब द्रव्यों को स्थान देने के लिये उदासीन She hea
SR No.010381
Book TitleJina Siddhant
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulshankar Desai
PublisherMulshankar Desai
Publication Year1956
Total Pages203
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
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