SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 16
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ जिन मित्रान प्रश्न - - श्राहारक शरीर किसको कहते हैं ? उत्तर-- छटवें गुग्गगम्यानवर्ती मुनि के त्रों में कोई शंका होने पर केवली या केवली के निकट जाने के लिये उसके मस्तक में से एक हाथ का पुतला निकलता है, उसको श्राहारक शरीर कहते हैं । प्रश्न- तेजस - वर्गणा किसको कहते हैं ? उत्तर - - प्रौढारिक तथा वैकिकि शरीर को कान्ति देनेवाला तेजस शरीर जिन वर्गणाओं से बने उन वर्गपात्रों को तेजस वर्गणायं कहते हैं । प्रश्न---भाषा वर्गणा किसको कहते हैं ? उत्तर -- जो वर्गणा शब्द-रूप परिणमन करे उस वर्गणा को भाषा वर्गणा कहते हैं । प्रश्न - कार्माण वर्गणा किसको कहते हैं ? उत्तर -- जिस वर्गणा में से कर्म बने उसको कार्माण वर्गणा कहते हैं । प्रश्न -- कार्माण शरीर किसको कहते हैं ? उत्तर -- कार्माण शरीर के दो हैं-- (१) अष्ट कर्म के समूह का नाम कार्माण शरीर है । ( २ ) ' शरीर नामा नाम कर्म की कार्माण नाम की कर्म प्रकृति का नाम भी कार्माण शरीर है जो शरीर विग्रह गतिमें रहता है।
SR No.010381
Book TitleJina Siddhant
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulshankar Desai
PublisherMulshankar Desai
Publication Year1956
Total Pages203
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size3 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy