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________________ ४-भाव व मार्गणा २२४ २-मार्गणाधिकार स्पति में जन्म लेने वाले जीवों को स्थावर कहते हैं, क्योंकि भय के कारण आने पर भी अपने स्थान पर स्थित ही रहते हैं। (३६) बादर किसको कहते हैं ? पृथ्वी आदिक से जो रुक जाय, या दूसरों को रोके, उसको बादर कहते हैं। (३७) सूक्ष्म किसको कहते हैं ? जो पृथ्वी आदिक से स्वयं न रुके और न दूसरे पदार्थों को रोके, उसे सूक्ष्म कहते हैं। ३८. बसों के बादर सक्ष्म भेद न कहे ? क्योंकि ये बादर ही होते हैं सूक्ष्म नहीं । (३६) बनस्पति के कितने भेद हैं ? दो भेद हैं--प्रत्येक और साधारण (४०) प्रत्येक वनस्पति किसको कहते हैं ? एक शरीर का जो एक ही स्वामी हो, उसको प्रत्येक वनस्पति कहते हैं। (४१) साधारण वनस्पति किसको कहते हैं ? जिन जीवों के आयु, श्वासोच्छ्वास, आहार और काय ये साधारण हों (समान अथवा एक हों) उनको साधारण कहते हैं, जैसे कन्दमूलादिक । (४२) प्रत्येक वनस्पति के कितने भेद हैं ? दो हैं-सप्रतिष्टित प्रत्येक व अप्रतिष्ठित प्रत्येक । ४३. प्रत्येक व साधारण में सूक्ष्म बादर भेद करो। साधारण दोनों प्रकार के होते हैं, और दोनों प्रकार के प्रत्येक केवल बादर ही। (४४) सप्रतिष्ठित प्रत्येक किसको कहते हैं ? जिस प्रत्येक वनस्पति के आश्रय अनेक साधारण वनस्पति शरीर हों, उसको सप्रतिष्ठित प्रत्येक कहते हैं। (४५) अप्रतिष्ठित प्रत्येक किसको कहते हैं ? जिस प्रत्येक वनस्पति के आश्रय कोई साधारण वनस्पति न
SR No.010310
Book TitleJain Siddhanta Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKaushal
PublisherDeshbhushanji Maharaj Trust
Publication Year
Total Pages386
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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