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________________ QGG जैनकथा रत्नकोष नाग पांचमो. गत जो वासना, इव्यनित्य तेहज गुनमना ॥ २१ ॥ अर्थः- एहं बौनुं मतं विपरीत एटले मिथ्याज्ञान रूप बे. जेमाटे ( कुलचित्त के० ) कुणज्ञानरूप आत्मा मानीयें तो बंधमोह न घटे. जे बंध कह्यो ते मोण जे बंध नहीं बने जो एम कदेशो के वासना एक बे, तो मन न करी विचारो पूर्वापर ज्ञानऋण अनुगत जे एक वासना कहो बो, तेहज स्वभाव नियत यात्मव्य बे, घने जो कहेशो के वासना बुद्धिमात्र कल्पित बे, पण परमार्थे नथी, तो परमार्थ पर्यायनो एक प्राधार ते कोण ? ज्ञानने नानाकार योगें तत्त्वनो विरोध नथी, तो इव्यने नानादणयो गित्वनो श्यो विरोध ? पर्याय बता अनुनवियें ढैयें तेम इव्यपण तुं अनुनवियें बैयें. निर्विकल्पबुद्धि तो विकल्पथी प्रमाण बे ॥ यत्रैवयनेये देशं तत्रैवास्यांप्रमाणते तिवचनात् ॥ श्रने निर्विकल्पबु ६ धुत्तर विकल्पबुद्धि तो इव्य . पर्याय बे नासे बे, माटे वे ज्ञानांदि पर्याय सत्य बे, तो तदाधार यात्म, व्य पहेलां सत्य करी मानतुं ॥ २१ ॥ ॥ सरखा दणनो जे खारंन, तेह वासना महोटो दंन ॥ बंधमोक्षण सरखा नहीं, शकति एक नवि जाये कही ॥ २२ ॥ अर्थः- सदृशक्षण नो जे खरंच तेहज वासना बे, एम कहेतुं ए महोटुं कपट बे, जेमाटे बंध मो ना ऋण सरखा नथी. तो जे बंधाय ते मूकाय एम कयुं जाय नही. तेवारें मोहने यर्थे कोण प्रवर्त्ते ? वली कदेशो के, बंधजने तो शक्तिवंत जूदा बे, घने मोजने नशक्तिवंत कल जूदा बे. बंध जे ते एकत्वाधिवासित मोहजनक दलसंपादनार्थ य विसाइज प्रवर्त्ते बे. मोक्षप्रवर्त्तक व्यविद्याविवर्त्त संसारमूला विद्यानाशक बे ॥ हर ति कंटक एव हि कंटक मिति न्यायात् ॥ नो देव दत्त यज्ञदत्ताप्तमोक्षणजननार्थे केम न प्रवर्त्ते ? बंधमोदजनक एक शक्तिनो ते न कही जाय, एमतो आत्मव्य सिद्ध थाय. . कुर्वडूपप्रपंचजाति Hai सांकर्य था. कारणने कार्यव्याप्यता बे. तेमाटे एकदा उजयऋण थया जोइयें. एकेक क्षणनें निन्नशक्तिमांहे घाततां निर्धारण थाय. तेमाटें ए सर्वशर्के कल्पना जूती जाणवी ॥ २२ ॥ ॥ उपादान अनुपादानता, जो नवि निन्नकरे का बता | पूर्व अपर प र्यायें नेद, तो नवि इव्य लहे त्यजी खेद ॥ २३ ॥ अर्थः- बीजुं एक कालें पण अनेक कारखाना दण बे. तिहां उपादान निमित्तपण जो कुण
SR No.010250
Book TitleJain Katha Ratna Kosh Part 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhimsinh Manek Shravak Mumbai
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1891
Total Pages401
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size44 MB
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