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________________ 'Greatest good of the greatest number of People' 'अधिक से अधिक लोगो का अधिक से अधिक कल्याण' ऐसी लोकगासन की,एक कल्पना है । 'Government of the People, for the People, by the People' अर्थात् 'जनता का शासन, जनता के लिये और जनता द्वारा' ऐसी भी एक कल्पना की गई है। यहाँ पर 'जनता' के स्थान पर 'प्रजा' शब्द का भी प्रयोग किया जाता है । जब हम इस विषय की गहराई मे जाकर उस पर सोच-विचार करेगे तव कही हमे इस बात का पता चलेगा कि उसमे 'Greatest Good-अधिक से अधिक कल्याण किसे कहना, इस वात पर भी अनेक मतभेद है। इसके अतिरिक्त 'जनता' अथवा 'प्रजा' शब्द के भी सकुचित, विस्तृत अथवा उनके बीच के अनेक अर्थ निकाले गये है। लोकशासन के स्वरूपो के बारे मे भी भिन्न-भिन्न अभिप्राय प्रचलित है । पूजीवादी लोकगासन साम्राज्यवादी लोकशासन, समाजवादी लोकगासन, केन्द्रीय लोकशासन, प्रान्तीय लोकशासन, राष्ट्रीय लोकशासन अमरीकी ढग का, ब्रिटिश छाप, फ्रास का अनोखा, इन्डोनेशिया का मर्यादित, भारत का समाजवादी समाज रचना वाला ( Socialistic Pattern of Society ) लोकगासन, इरान का जवरदस्ती लादा हुआ ( Imposed ) लोकशासन आदि कितने ही भिन्न-भिन्न प्रकार के लोकशासनो का विश्व मे आज अस्तित्व है । गाधीजी का स्वदेशी और अहिंसक लोकशासन (रामराज्य) और ठीक इसके विपरीत सिद्धातवाला रूस और चीन का
SR No.010147
Book TitleAnekant va Syadvada
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandulal C Shah
PublisherJain Marg Aradhak Samiti Belgaon
Publication Year1963
Total Pages437
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Religion, & Philosophy
File Size13 MB
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