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________________ ( ७ ) २८ प्रश्न - ( नलिनीदलगत चळवतरलं किं ) कमलिनीके पतपर पडे हुये जलबिंदुके समान चंचल क्षणभंगुर क्या है ? उत्तर( यौवनं धनमथायुः ) ) यौवन, धन, और आयु ये तीनों ही क्षणस्थायी है । २९ प्रश्न - ( के शशधरकरनिकरानुकारिणः ) चंद्रमाके किरणसमूहके अनुकरण करनेवाले चंद्रमाके समान शीतल और सुखद कौन है। उत्तर - ( सज्जना एव) सज्जनपुरुष ॥ १२ ॥ को नरकः परवशता किं सौख्यं सर्वसंगविरतिर्या । किं सत्यं भूतहितं किं प्रेयः प्राणिनामसवः ॥ १३ ॥ ३० प्रश्न - - ( को नरकः ) नरक क्या है। उत्तर- ( परवशता ) परतन्त्र रहना ही नरकनिवास है । ३१ प्रश्न - ( कि सौख्यं ) सुख क्या है। उत्तर- (सर्व संगविरतिर्या) समस्तपरिग्रह छोडकर आत्मामें लीन होना सुख है । ३२ प्रश्न - ( किं सत्यं) सत्य क्या है । उत्तर--(भूतहितं) जीवोंका हित करना ही सत्यता है । ३३ प्रश्न(प्रेियः प्राणिनाम्) प्राणियोंके प्रिय क्या है । उत्तर- ( असवः ) प्राण ही सबसे प्रिय है ॥ १३ ॥ 1 किं दानमनाकाङ्क्ष किं मित्रं यन्निवर्त्तयति पापात् । कोऽलङ्कारः शीलं किं वाचां मण्डनं सत्यम् ॥ १४ ॥
SR No.010129
Book TitleJina pujadhikar Mimansa
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherNatharang Gandhi Mumbai
Publication Year1913
Total Pages403
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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