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________________ विवेकी कौन है । उत्तर-(यो न पण्डितस्तेन ) जो उन खियोंके चरित्रसे खाण्डत नहीं हुआ वही चतुर-विवेकी है । २२ प्रश्न-कि दारिद्रयम् ) दारिद्य क्या है। उत्तर-(असंतोष एव) सन्तोष न करना ही दरिद्रता है। २३ प्रश्न-(किं लापर्व) लघुता क्या है । उत्तर-(याआ) अपने लिये ही याचना (किसीसे मांगना) परम लघुता है ॥ १० ॥ किं जीवितमनवा किं जाड्यं पाटवेऽप्यनभ्यासः । को जागर्ति विवेकी का निद्रा मूढता जन्तोः ॥ ११ ॥ २४ प्रभ-(किं जीवितं ) संसारमें जीवित क्या है । उत्तर-- ( अनवचं ) पापरहित जर्जाना ही जीवन है । २५ प्रश्न-किनाव्यं) मूर्खता क्या है । उत्तर-(पाटवेऽप्पनभ्यासः ) चतुर होनेपर भी अभ्यास न करना सो मूर्खता है। २६ प्रभ-(को जागतिः ) संसारमें कौन जागता है। उत्तर-(विवेकी ) जो बुद्धिमान है वही जागता है। २८ प्रश्न-(का निद्रा ) निद्रा क्या है। उत्तर(मूढता जन्तोः) मनुष्योंकी मूढता ही बडी निद्रा है ॥ ११ ॥ नलिनीदलगतजललव तरलं किं यौवनं धनमथायुः । के शशधरकरनिकरा नुकारिणः सबना एवः ॥ १२ ॥
SR No.010129
Book TitleJina pujadhikar Mimansa
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherNatharang Gandhi Mumbai
Publication Year1913
Total Pages403
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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