SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 133
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ( १२३ ) प्रश्र ८६ - संसार मे सबसे थोड़े जीवो में होवे वह कौन-सा भाव है ? उत्तर- औपशमिक भाव है । प्रश्न ६० - सम्पूर्ण छद्मस्य जीवो को होवे वह कौन सा भाव है ? उत्तर- औदयिक भाव और क्षायोपशमिक भाव है । प्रश्न ६१- ज्ञान गुण की पर्याय के साथ कौनसे भाव का सम्बन्ध नहीं है ? उत्तर - ओपशमिक भाव का सम्बन्ध नही है | प्रश्न ६२ -- दर्शनगुण की पर्याय के साथ कौन से भाव का सम्बन्ध नहीं है ? उत्तर- औपशमिक भाव का सम्बन्ध नही है । प्रश्न ६३ - वीर्यगुण की पर्याय के साथ कौन से भाव का सम्बन्ध नहीं है ? उत्तर- औपशमिक भाव का सम्बन्ध नही है । प्रश्न ६४ - जव जीव के प्रथम धर्म की शुरुआत होती है तब कौन-कौन से भाव होते हैं ? उत्तर - औपशमिक, क्षायोपशमिक, औदयिक और पारिणामिक भाव । प्रश्न ६५ - देवगति मे कौन-कौन से भाव हो सकते हैं ? उत्तर – देवगति मे पांचो भाव हो सकते हैं । ? प्रश्न ६६ - मनुष्यगति मे कौन-कौन से भाव हो सकते हैं उत्तर - मनुष्यगति मे पाँचो भाव हो सकते हैं । प्रश्न ६७ - नरकगति में कौन-कौन से भाव हो सकते हैं ? उत्तर - नरकगति मे पाँचो भाव हो सकते हैं । प्रश्न ६८--तियंचगति से कौन-कौन से भाव हो सकते हैं ? उत्तर- तिर्यंचगति मे पाँचो भाव हो सकते हैं ।
SR No.010119
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages289
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy