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________________ ( १६७ ) भाषा वर्गणा है। (३, इसका कर्ता जीव और दूसरी वर्गणा नहीं है। प्रश्न ( ०६२)-परिणमन हेतुत्व का परिणमन क्या है, इसका कर्ता कौन है, और कौन नही है ? उत्तर-(१) स्वभावअर्थ पर्याय है। (२) इसका कर्ता काल द्रव्य का परिणमन हेतुत्व गुण है (३। इसका कर्ता जीव तथा अन्य द्रव्य नहीं है। प्रश्न (२६३,-पाठों कर्मों का जो उदय, क्या है, उसका कर्ता कौन है, और कौन नही है ? उत्तर (१: समानजातीय द्रव्य पर्याय है (२) इसका कर्ता कार्माणवर्गणा है। (३) इसका कर्ता जीव तथा दूसरी वर्गणा नहीं है। प्रश्न (२६४)-पाठो कर्मो का अभाव, क्या है, उसका कर्ता कौन है ? और कौन नहीं है ? उत्तर-(1) समानजातीय द्रव्य पर्याय है । (२) इसका कर्ता कार्माणवर्गणा है। (३) इसका कर्ता जीव तथा दूसरी वगंणा नही है। प्रश्न (२६५)-घाती कर्मों का क्षयोपशम क्या है, उसका कर्ता कौन है, और कौन नहीं है ? उतर- (१) समानजातीय द्रव्य पर्याय है। इसका कर्ता कार्माण वर्गणा है। (३) जीव तथा दूसरी वर्गणा प्रश्न २६६)-मोहनीय कर्म का उपशम क्या है, (२) उसका कर्ता कर्ता कौन है, और कौन नहीं है ? उत्तर : (१) समान जाति द्रव्य पर्याय है (२) इसका कर्ता कार्माणवर्गणा है । ३। इसका कर्ता जीव तथा दूसरी गंणा नहीं है।
SR No.010118
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages211
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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