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________________ का वीर्य गुण है । (३) इसका कर्ता अन्तराय कर्म नहीं है। प्रश्न (२५७)-यथाख्यात चारित्र क्या है, इसका कर्ता कौन है, और इसका कर्ता कौन नहीं है ? उत्तर - (१) स्वभावअर्थ पर्याय है । (२। इसका कर्ता जीव का चारित्र गुण है । (३) चारित्र मोहनीय का क्षयादि इसका कर्ता नहीं है। प्रश्न (२५८)-पांच इन्द्रियों के भोग का भाव क्या है, इसका कर्ता कौन है. और इसका कर्ता कौन नही है ? उत्तर - (१) विभाव अर्थ पर्याय हैं । (२। जीव के चारित्र गुण इसका कर्ता हैं । (३) पांच इन्द्रियों का संयोग इनका कर्ता नही है। प्रश्न (२५६)-फूल में सुगंध क्या है, इसका कर्ता कौन है, और इसका कर्ता कौन नहीं है ? उत्तर-(१)विभाव अर्थ पर्याय है। (२)इसका कर्ता पाहारवगंणा का गंध गुण है । (३) जीव तथा दूसरी वर्गणा इसका कर्ता नहीं है। प्रश्न (२६०)-बुखार क्या है, इसका कर्ता कौन है, और कौन नहीं है ? उत्तर (१)विभाव अर्थ पर्याय है, (२) इसका कर्ता प्रहार वर्गणा का स्पर्श गुण है । (३)जीव तथा दूसरी वर्गणा इसका कर्ता नही है। प्रश्न (२६१)-खाँसी की आवाज क्या है, इसका कर्ता कौन है और कौन नहीं है ? उत्तर-(१) सामानजातीय द्रव्य पर्याय है (२) इसका कर्ता
SR No.010118
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages211
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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