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________________ और इसका कर्ता कौन नहीं है. ? उत्तर-(२) सम्यकचारित्र स्वभावप्रथं पर्याय है। (२) इसका कर्ता जीव का चारित्र गुण है । (३) इसका कर्ता चारित्रमोहनीय का क्षयोपशमादि तथा शुभ भाव नहीं है। प्रश्न (२५३)-तेजसशरीर क्या है, इसका कर्ता कौन है, और कौन नही है ? उत्तर-(१) तेजस शरीर समानजातीय द्रव्य पर्याय है। (२ इसका कर्ता तैजसवर्गणा है। (३। जीव तथा दूसरी वर्गणा इसकी कर्ता नहीं है। प्रश्न (२५४)-सिद्ध दशा क्या है, इसका कर्ता कौन है और कौन नहीं है ? उत्तर-(१) सिद्धदशा स्वभावअर्थ पर्याय और स्वभाव व्यंजन पर्याय है । (२) इसका कर्ता आत्मा है । (३) इसका कर्ता द्रव्य कर्म का प्रभाव नहीं है। प्रश्न २५३) कम्पन का प्रभाव क्या है, इसका कर्ता कौन है, और इसका कर्ता कौन नहीं है ? उत्तर-(१) विभाव अर्थ पर्याय है । (२) इसका कर्ता जीव का योग गुण है। (३) इसका कर्ता नामकर्म और मनः बचन काय नहीं है। प्रश्न (२५६)--वीर्य की पूर्णता, यह क्या है, इसका कर्ता कौन है, और इसका कर्ता कौन नही हैं? उत्तर-(१) स्वभावअर्थ पर्याय है । (२) इसका कर्ता जीव
SR No.010118
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages211
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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