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________________ ( १६४ ) उत्तर-माहारवर्गणा है, कारखाना, जीव तथा दूसरी वर्गणा नही है। " प्रश्न (२४७) -दर्शनावर्गी के क्षय का कर्ता कौन है और कौन नहीं है ? : उत्तर- कार्माणवर्गणा है, केवलदर्शन तथा दूसरी वर्गणा नहीं है। प्रश्न (२४८)-शरीर फूल गया इसका कर्ता कौन है और __ कौन नहीं है ? उत्तर-प्राहारवर्गणा है, जीव तथा दूसरी वर्गणा नहीं है । प्रश्न (२०६)-फूल का कर्ता कौन है और कौन नहीं है ? उत्तर-माहारवर्गणा है, जीव तथा दूसरी वर्गणा नहीं है। प्रश्न (२५०)-प्रौपशमिकसम्यक्त्व, यह क्या है ? इसका कर्ता कौन है और इसका कर्ता कौन नहीं है ? उत्तर-(१) प्रौपशमिक सम्यक्त्व जीव द्रव्य के श्रद्धा गुण की स्वभाव अर्थ पर्याय है। (२) इसका कर्ता जीव का श्रद्धा गुण है। (३) दर्शनमोहनीय का उपशम ईसका कर्ता नही है । प्रश्न (२५१) सम्यग्ज्ञान हुआ, यह क्या है इसका कर्ता कौन है, और इसका कर्ता कीन नहीं है ?? - उत्तर (१)सम्यग्ज्ञान स्वभाव अर्थ पर्याय है। (२) इसका कर्ता प्रात्मा का ज्ञान मुंणे ह (ई) ज्ञानावर्णी का क्षयोपशम तथा शास्त्र, गुरं इसका कर्ता नहीं है। E ATTE प्रश्न (२५२)--सम्यक्चारित्र क्या है इसका कर्ता कौन है
SR No.010118
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages211
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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