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________________ ( १५७ ) परिणमन करता है या और किसी प्रकार भी परिणमन करता है ? उत्तर - आहारवर्गणा मात्र श्रदारिक, वैक्रियिक और आहारक शरीर रुप ही परिणमन करता है और किसी प्रकार से परिणमन नहीं करता है । प्रश्न ( १९३ ) - तंज सवर्गणा किसे कहते हैं ? उत्तर- जिस वर्गणा से तंजस शरीर बनता है उसे तेजसवर्गणा कहते हैं। प्रश्न ( १६४ ) - भाषावर्गणा किसे कहते हैं ? उत्तर जो पुद्गल स्कंध शब्दरूप परिणमित होता है उसे भाषावर्गणा कहते हैं । प्रश्न ( १६५ - ) मनोवर्गणा किसको कहते हैं ? उत्तर- जिसे पुद्गल स्कंध से अष्टदल कमल के आकार द्रव्यमन की रचना होती है। उसे मनोवर्गणा कहते हैं । प्रश्न १९६ ) - कार्याणवर्गणा किसे कहते हैं ? उत्तर - जिसे पुद्गल स्कंध से कार्माण शरीर बनता है उसको उसको कामणवर्गणा कहते हैं । प्रश्न ( १९७ ) - कुछ श्रदारिक शरीर के नाम बताओ ? उत्तर- ( १ ) भगवान की प्रतिमा ( २ ) रोटी, (३) परात, (३) किताब, (५) मकान, (६) सोना, (७) चान्दी, (८) रुपया, (६) नोट, (१०) कपड़ा. (११) फोटो, (१२) मेज आदि सब जो मोटेरूप से देखने में वह सब प्रदारिक शरीर हैं। धाता है
SR No.010118
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages211
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size5 MB
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