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________________ ( ४३ ) उत्तर-चार कहे जाते है-उस समय पर्याय की योग्यता साधन, अनन्तर पूर्व क्षणवर्ती पर्याय साधन, त्रिकाली साधन और निमित्त साधन । प्रश्न १३६-कार्य का सच्चा साधन कौन है और कौन नहीं है ? उत्तर-उस समय पर्याय की योग्यता ही कार्य का उत्कृष्ट साधन है । अनन्तर पूर्व क्षणवर्ती पर्याय साधन, त्रिकाली साधन और निमित्त साधन कार्य के सच्चे साधन नही हैं । प्रश्न १४०-अनन्तर पूर्व क्षणवर्ती पर्याय, त्रिकाली और निमित्त कार्य के सच्चे साधन क्यो नहीं है ? उत्तर--अभाव मे से भाव की उत्पत्ति नहीं होती इसलिए अनन्तर पूर्व क्षणवर्ती पर्याय कार्य का साधन नहीं है । कार्य एक समय का हो उसका साधन ध्रुव हो यह भी नही बनता है। निमित्त को साधन कहने का प्रश्न ही नही है क्योकि दोनो का स्वचतुष्टय पृथकपृथक है। - प्रश्न १४१- केवलज्ञान का उत्कृष्ट साधन कौन है और कौन नहीं है ? उत्तर-केवलज्ञान का उत्कृष्ट साधन उस समय पर्याय की योग्यता ही है । अनन्तर पूर्व क्षणवर्ती पर्याय, त्रिकाली ज्ञानगुण और ज्ञानावरणीय का अभाव उत्कृष्ट साधन नही है। प्रश्न १४२-अनन्तर पूर्व क्षगवर्ती पर्याय भावभ्रतज्ञान, आत्मा का ज्ञानगुण और ज्ञानावरणीय का अभाव कैसे साधन कहे जाते हैं ? उत्तर-अनन्तर पूर्व क्षणवर्ती पर्याय भावश्रुतज्ञान अभावरूप साधन, आत्मा का ज्ञानगुण त्रिकाली साधन और ज्ञानावरणीय का अभाव निमित्त साधन कहे जाते हैं। प्रश्न १४३-क्या केवलज्ञान का उत्कृष्ट साधन वज्रवृषभनाराच सहनन है ? इसमे करण कारक को कब माना और कब नहीं माना। उत्तर-केवलज्ञान का उत्कृष्ट साधन उस समय पर्याय की योग्यता
SR No.010117
Book TitleJain Siddhant Pravesh Ratnamala 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDigambar Jain Mumukshu Mandal Dehradun
PublisherDigambar Jain Mumukshu Mandal
Publication Year
Total Pages253
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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