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________________ उत्तर : पिरामिड के अंदर गहन शक्ति का अनुभव होता है। प्रश्न : पिरामिड ऊर्जा कहां से संपादित होती है? उत्तर : पिरामिड की ऊर्जा, भूगर्भ के चारों कोनों की चार भुजा से उर्ध्वगामी होती है तथा पिरामिड का शक्ति बिंदु ऊपरी नोक की ओर बढ़ता है। उधर सूर्य की ऊर्जा पिरामिड की ऊपरी नोक से नीचे की ओर उतरती है। इस प्रकार से पिरामिड ऊर्जा भूगर्भ एवं ऊपर आकाश द्वारा दोनों ओर से संपादित होती है। प्रश्न : क्या पिरामिड अन्य उपचारों में बाधक है? Com VVV पिरामिड के प्रचंड ऊर्जा जहां घनीभूत होती है, वह क्षेत्र उत्तर : आयुर्वेदिक, एक्यूप्रेशर, या अन्य कोई योग, ध्यान लगाने में पिरामिड उसमें बाधक नहीं है। प्रश्न : क्या पिरामिड से आर्थिक लाभ संभव है? उत्तर : यदि पिरामिड में मंत्रपूत लक्ष्मी यंत्र स्थापित किया जाए और उसे तिजोरी, गल्ले (Cash-Box) के ऊपर रखा जाए, तो चमत्कारी रूप से धन की वृद्धि होती है। यदि यह कर्मपृष्ठीय या मेरूपृष्ठीय हो, तो शत-प्रतिशत काम करता है। प्रश्न : असली पिरामिड और पिरामिड यंत्रों में क्या अंतर है? उत्तर : असली पिरामिड बड़े-बड़े पत्थरों से मृत शरीर को सुरक्षित और फ्रिज रखने के लिए बनाये जाते हैं। ये एक प्रकार से आवासीय मकान की तरह होते हैं। पर छोटे पिरामिड यंत्र भारतीय पद्धति से मंत्र एवं तंत्र शक्ति के माध्यम से बनाये जाते हैं। ये मंत्रों से प्राण प्रतिष्ठित होते हैं। अतः ये छोटे होते हुए भी चमत्कारी शक्ति से ओतप्रोत और बड़े प्रभावशाली होते हैं। ये पिरामिड प्रायः धातु के होते हैं। 60 http://www.Apnihindi.com
SR No.010000
Book TitleSaral Vastu
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages97
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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